- राहुल द्रविड़ के कोचिंग काल में भारत ने घरेलू और विदेशी दोनों जगहों पर टेस्ट क्रिकेट में मजबूत प्रदर्शन किया
- द्रविड़ की कोचिंग में भारत ने कई महत्वपूर्ण सीरीज में जीत और ड्रॉ के साथ प्रतिस्पर्धात्मक खेल दिखाया
- गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद टीम इंडिया के टेस्ट मैचों में प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली है
Gautam Gambhir vs Rahul Dravid as Test Coach: भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी में खेले गए टेस्ट में 408 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा है. टेस्ट क्रिकेट में रनों के अंतर से भारत की यह अब तक की सबसे बड़ी हार है. भारतीय टीम को जीत के लिए 549 रन बनाना था. टीम 140 रन पर सिमट गई. इस हार के साथ ही भारत ने सीरीज 0-2 से गंवा दी है. भारतीय टीम ने पांचवें दिन की शुरुआत 2 विकेट पर 27 रन से शुरू की थी.
दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर सिमोन हार्मर के सामने भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह असफल साबित हुए. टीम ने निरंतर विकेट खोए और पूरी टीम 140 रन पर सिमट गई. रवींद्र जडेजा 87 गेंद पर 54 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे. दक्षिण अफ्रीका के लिए सिमोन हार्मर ने 37 रन देकर 6 विकेट लिए. केशव महाराज ने 2, मार्को जानसेन और सेनुरन मुथुसामी ने 1-1 विकेट लिए.
भारतीय टेस्ट टीम पिछले कुछ वर्षों में दो अलग-अलग कोचिंग दौर से गुजरी
भारतीय टेस्ट टीम पिछले कुछ वर्षों में दो अलग-अलग कोचिंग दौर से गुज़री है. पहले राहुल द्रविड़ और अब गौतम गंभीर. दोनों के कार्यकाल में टीम इंडिया ने कई अहम सीरीज खेली, लेकिन नतीजों ने इनके बीच अंतर जरूर दिखाया है. हाल के समय में खेली गई सीरीज़ में जिसमे खासकर टेस्ट क्रिकेट में गंभीर की कोचिंग पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं.
राहुल द्रविड़ के कोचिंग के दौर में भारत की मजबूती
राहुल द्रविड़ के टेस्ट कोच रहते हुए भारत ने घरेलू और विदेशी दोनों परिस्थितियों में बेहतर खेल दिखाया, जिसकी गवाही आंकड़े भी दे रहे हैं. नतीजे इस प्रकार रहे.
साल टीम जीत/हार
2021 होम बनाम न्यूज़ीलैंड 1-0 जीत
2021/22 अवे बनाम दक्षिण अफ्रीका 1-1 ड्रॉ
2022 अवे बनाम इंग्लैंड 2-2 ड्रॉ
2022/23 होम बनाम ऑस्ट्रेलिया 2-1 जीत
2022 होम बनाम श्रीलंका 2-0 जीत
2023 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-1 जीत
2023 अवे बनाम वेस्टइंडीज़ 1-0 जीत
2023/24 अवे बनाम दक्षिण अफ्रीका 1-1 ड्रॉ
2024 अवे बनाम इंग्लैंड 1-1 ड्रॉ
2023 WTC फाइनल ऑस्ट्रेलिया से हार
द्रविड़ के रहते भारत ने ज्यादातर सीरीज में मजबूत चुनौती पेश की और कुछ जगह लड़खड़ाया.
गौतम गंभीर के दौर में प्रदर्शन पर उठ रहे सवाल
गौतम गंभीर ने टेस्ट मुख्य कोच के रूप में उम्मीदों के साथ शुरुआत की, लेकिन शुरुआती नतीजे भारत के पक्ष में नहीं रहे. भारत टेस्ट फॉर्मेट में कठिन दौर से गुजर रहा है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केले जा रहे मुकाबले से पहले गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया, न्यूजीलैंड से घर में पहली बार व्हाइटवॉश झेल चुकी है. इसके साथ ऑस्ट्रेलिया ने भारत में 7 साल बाद BGT सीरीज जीती. हालांकि वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सीरीज में भारत को जीत मिली थी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ लगातार दूसरे घरेलू सीज़न में भारत का कमजोर प्रदर्शन दिखाई दे रहा है. भारत के पास टेस्ट क्रिकेट में अपनी पुरानी धमक वापस पाने के लिए रणनीति, टीम चयन और संयोजन में कुछ बड़े फैसले लेने होंगे.
साल 2024: होम बनाम न्यूज़ीलैंड – 0-3 हार (12 साल में पहली बार घरेलू व्हाइटवॉश)
साल 2024/25: BGT बनाम ऑस्ट्रेलिया – 1-3 हार (7 साल बाद भारत में ऑस्ट्रेलिया ने जीती सीरीज़)
साल 2025: होम बनाम इंग्लैंड – 2-2 ड्रॉ
साल 2025: अवे बनाम वेस्टइंडीज़ – 0-1 हार
साल 2025: होम बनाम बांग्लादेश – 2-0 जीत
साल 2025: होम बनाम दक्षिण अफ्रीका – 0-2 हार
साल 2025: अवे बनाम इंग्लैंड – 1-1 ड्रॉ
साल 2025: होम बनाम वेस्टइंडीज़ – 2-0 से सीरीज जीता
साल 2025: होम बनाम दक्षिण अफ्रीका - 0-2 हार
इन नतीजों ने टीम के प्रदर्शन को प्रभावित किया है और कई दिग्गज गंभीर की रणनीतियों और टीम संयोजन पर सवाल उठा रहे हैं.
मैच का ऐसा रहा हाल
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सेनुरन मुथुसामी के 109 और मार्को जानसेन के 93 रन की बदौलत 489 रन बनाए थे. भारत की तरफ से कुलदीप यादव ने 4, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज ने 2-2 विकेट लिए थे.
भारतीय टीम पहली पारी में 201 रन पर सिमट गई थी और 288 रन से पिछड़ी थी. दक्षिण अफ्रीका के लिए मार्को जानसेन ने 6, सिमोन हार्मर ने 3 और केशव महाराज ने 1 विकेट लिए.
दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी 5 विकेट पर 260 रन बनाकर घोषित की थी और पहली पारी में मिले 288 रन की बढ़त के आधार पर भारत को 549 रन का लक्ष्य दिया. भारतीय टीम 140 पर सिमट गई और 408 रन के अंतर से टेस्ट क्रिकेट इतिहास की अपनी सबसे बड़ी हार गले लगा बैठी. लकाता टेस्ट 30 रन से जीतने वाली दक्षिण अफ्रीका ने इस रिकॉर्ड जीत के साथ सीरीज 0-2 से अपने नाम की.














