- लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 387 रन बनाए, वहीं भारत की पहली पारी भी समान स्कोर पर समाप्त हुई.
- भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने 72 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
- तीसरे दिन के अंतिम ओवर में इंग्लैंड के जाक क्रॉली के समय बर्बाद करने के प्रयास से शुबमन गिल भड़क गए और दोनों के बीच बहस हुई.
Shubman Gill vs Zak Crawley: लॉर्ड्स टेस्ट (Lord's Test) में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 387 रन बनाए थे। भारतीय टीम की पहली पारी भी 387 रन पर ही समाप्त हुई. भारत को इस स्कोर तक पहुंचाने में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने अहम भूमिका निभाई, जिन्होंने 72 रनों की शानदार पारी खेली. वहीं, तीसरे दिन की समाप्ति के समय इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट गंवाए दूसरी पारी में 2 रन बनाए. वहीं, मैच के आखिरी समय में गिल-क्रॉली विवाद भी सामने आया, दरअसल, जब दिन के आखिरी ओवर के दौरान क्रॉली ने समय बर्बाद करने के लिए कई तरह की पैंतरे आजमाए. जिसे देखकर कप्तान गिल काफी भड़क गए. ओवर की पांचवीं गेंद के दौरान क्रॉली ने कुछ ऐसा किया जिसे देखकर गिल अपने गुस्से को रोक नहीं पाए.
हुआ ये कि गेंद उनके ग्लव्स पर लगी. लेकिन क्रॉली ने ऐसा रिएक्ट किया कि उन्हें चोट लग गई है. जिसके बाद गिल भड़क गए और उनके सामने जाकर उन्हें घूरने लगे और भारतीय खिलाड़ी क्रॉली की हरकत को देखकर ताली बजाने लगे. दोनों के बीच काफी बातचीत भी हुई. तब अंपायर ने दोनों को अलग किया. बेन डकेट भी गिल के पास पहुंचे और बात करने लगे. अंपायर के आने के बाद दोनों के बीच बहस खत्म हुई.
केएल राहुल ने तोड़ी चुप्पी
वहीं, तीसरे दिन के खेल के अंत में प्रेस से बात करते हुए, केएल राहुल ने कहा कि भारत अंतिम सत्र समाप्त होने से पहले दो ओवर गेंदबाजी करने को उत्सुक था. उन्होंने कहा: "छह मिनट बचे थे. यह कोई नई बात नहीं है कि कोई भी टीम छह मिनट शेष रहते दो ओवर गेंदबाजी करेगी, लेकिन अंत में यह थोड़ा नाटकीय था."
राहुल ने आगे कहा कि भारत पूरी तरह से उत्साहित था और चाहता था कि आखिरी विकेट दूसरी पारी की शुरुआत में ही इंग्लैंड को झकझोर दे. उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि जब आप पूरे दिन मैदान पर रहते हैं तो किसी बल्लेबाज के लिए दो ओवर बल्लेबाजी के लिए आना कितना मुश्किल होता है. दिन के खेल के अंत में एक विकेट हमारे लिए एकदम सही होता. कल, उसके बिना भी, मुझे लगता है कि हम वैसे भी उत्साहित होते."
हालांकि, खुद एक सलामी बल्लेबाज होने के नाते, राहुल ने क्रॉली के साथ सहानुभूति व्यक्त की. राहुल ने कहा, "अंत में जो हुआ वह अब खेल का हिस्सा है. "मैं एक सलामी बल्लेबाज के नज़रिए से समझता हूं.. मुझे ठीक-ठीक पता है कि क्या हो रहा था, और हर कोई जानता है कि क्या हो रहा था. लेकिन एक सलामी बल्लेबाज़ पूरी तरह समझ जाएगा कि आखिरी पांच मिनट में क्या हुआ."