- सुनील गावस्कर ने कोलकाता की पिच को लेकर गौतम गंभीर का समर्थन करते हुए खिलाड़ियों की भी आलोचना की है.
- गावस्कर ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट नहीं खेलते जिससे उनकी बल्लेबाजी कमजोर होती है.
- उन्होंने बताया कि घरेलू क्रिकेट में खेलना खिलाड़ियों को विभिन्न परिस्थितियों में खेलने का अनुभव देता है.
Sunil Gavaskar on Gautam Gambhir: कोलकाता की पिच को लेकर बवाल मचा हुआ है. पूर्व क्रिकेटर लगातार पिच को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. वहीं, अब महान कप्तान सुनील गावस्कर ने कोलकाता की पिच पर बयान दिया है. सुनील गावस्कर ने गौतम गंभीर की समर्थन किया है, लेकिन उन्होंने खिलाड़ियों पर भी निशाना साधा है. गावस्कर ने भारतीय बल्लेबाजों को फटकार लगाई है. स्पोर्ट्स तक से बातचीत करते हुए गावस्कर ने माना है कि भारतीय खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट नहीं खेलते हैं जिससे उन्हें चुनौतीपूर्ण पिच पर बैटिंग करने में परेशानी आती है.
गावस्कर ने कहा, "हमारे बहुत से खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट नहीं खेलते.अगर आप घरेलू क्रिकेट खेलते हैं, तो आपको ऐसी पिचों पर खेलने का मौका मिलेगा, है ना? क्योंकि घरेलू स्तर पर भी, टीमें अंक हासिल करने की कोशिश करती हैं ताकि वे रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट के लिए क्वालीफाई कर सकें, जिसका मतलब है कि ऐसी पिचें होंगी जहां गेंद थोड़ी पकड़ और टर्न लेगी."
सुनील गावस्कर ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "लेकिन हमारे कोई भी खिलाड़ी ऐसा नहीं करते हैं. हमारे मौजूदा खिलाड़ियों में से कोई भी नहीं, यह सवाल आज भी है कि, हमारे कितने मौजूदा खिलाड़ी वाकई रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए तैयार हैं?"
घरेलू क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को मिले जगह- सुनील गावस्कर
गावस्कर खिलाड़ियों के 'वर्कलोड मैनेजमेंट' को लेकर भी अपनी राय गी और कहा, "वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण रणजी ट्रॉफी मैच मिस करना भी आपके लिए एक्सक्यूज की बात नहीं हो सकती है. वे खेलना ही नहीं चाहते. वे रणजी ट्रॉफी में तभी खेलना चाहते हैं जब वे फॉर्म में न हों. वरना, वे खेलना नहीं चाहते. यही जवाब है."
गावस्कर ने चयनकर्ताओं को सलाह भी दी और कहा कि, आपको अब ऐसे ही खिलाड़ियों का चयन करना चाहिए जो घरेलू क्रिकेट सक्रिय रूप से खेलते हैं. अगर आपने ऐसी ही पिच तैयार करवाई जिसपर टर्न है तो आपको उन खिलाड़ियों को भी मौका देना चाहिए जो घरेलू क्रिकेट खेलते हो, हमें असल में ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत नहीं, जो इंटरनेशनल क्रिकेट खेले लेकिन ऐसी मुश्किल पिच पर खेलने के आदि न हो."














