- BCCI ने दलीप ट्रॉफी के लिए सभी राज्य संघों को केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को शामिल करने के निर्देश दिए थे.
- साउथ जोन के चयनकर्ताओं ने बीसीसीआई के इस निर्देश का पालन नहीं करते हुए पहले घोषित टीम को बरकरार रखा है.
- साउथ जोन का तर्क है कि राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को जोनल टीम चयन में भूमिका नहीं देनी चाहिए.
South Zone defies BCCI directive: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने हाल ही में प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी के लिए सभी राज्य संघों को एक खास मेल किया था, जिसमें बोर्ड से अनुबंधित खिलाड़ियों को स्क्वाड में शामिल करने की बात कही थी. लेकिन साउथ जोन के सेलेक्टर्स ने बीसीसीआई के इस फैसले को नहीं मानने का फैसला लिया है. वाशिंगटन सुंदर, केएल राहुल, मोहम्मद सिराज, साई सुदर्शन और प्रसिद्ध कृष्णा, जिन्हें पहले ही 28 अगस्त से शुरू हो रहे टूर्नामेंट के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था, उनके बाहर रहने की संभावना है.
साउथ जोन नहीं मानेगा BCCI का आदेश
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, साउथ जोन के चयनकर्ताओं ने दलीप ट्रॉफी टीम में केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को शामिल करने के बीसीसीआई के निर्देश का पालन नहीं करने का फैसला किया है. साउथ जोन के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वे 26 जुलाई को घोषित टीम के साथ बने हुए हैं. कप्तान तिलक वर्मा टीम में एकमात्र अनुबंधित खिलाड़ी बने हुए हैं.
साउथ जोन के अधिकारियों का तर्क है कि राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की जोनल टीमों को चुनने में कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए और अगर ऐसा है भी तो बीसीसीआई को अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए रणजी ट्रॉफी में भागीदारी अनिवार्य कर देनी चाहिए. साउथ जोन के अधिकारियों का तर्क है कि भारत ए टीम के मैचों के लिए स्टार भारतीय खिलाड़ियों को हमेशा शामिल किया जा सकता है. उनका कहना है कि दलीप ट्रॉफी को रणजी खिलाड़ियों के लिए एक मंच बना रहना चाहिए.
केरल के खिलाड़ियों के साथ होगी नाइंसाफी
रिपोर्ट के अनुसार, साउथ जोन के एक अधिकारी ने कहा,"केरल ने रणजी ट्रॉफी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. (टूर्नामेंट के 90 सालों के इतिहास में पहली बार) लेकिन मामूली अंतर से हार गया. उनका सीजन शानदार रहा और उनके खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी के लिए चयन के हकदार थे. अगर भारत के खिलाड़ियों को टीम में लिया जाता है, तो केरल के अधिकांश खिलाड़ियों को जगह नहीं मिलेगी."
साउथ जोन ने टूर्नामेंट के लिए जिस 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया है उसमें केरल के चार, हैदराबाद के तीन, आंध्र, तमिलनाडु और कर्नाटक के दो-दो और पांडिचेरी और गोवा के एक-एक खिलाड़ी शामिल हैं. साउथ जोन की चयन मीटिंग में कथित तौर पर एक प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें केवल घरेलू खिलाड़ियों को मौका देने की बात कही गई थी.
बाकियों ने माना BCCI का आदेश
पिछले सीजन के उपविजेता के रूप में, साउथ जोन ने 4 सितंबर से शुरू होने वाले सेमीफाइनल में सीधे प्रवेश हासिल कर लिया है. बता दें, लक्ष्मीपति बालाजी टीम के मुख्य कोच हैं. साउथ जोन को छोड़ दें तो बाकी के अन्य जोन ने बीसीसीआई के आदेश का पालन किया है और बेंगलुरु में 28 अगस्त से 15 सितंबर तक होने वाले टूर्नामेंट के लिए अनुबंधित खिलाड़ियों को शामिल किया है.
सेंट्रल ज़ोन ने कुलदीप यादव, रजत पाटीदार और ध्रुव जुरेल को शामिल किया है. ईस्ट ने मोहम्मद शमी, मुकेश कुमार, इशान किशन और आकाश दीप को चुना है. वेस्ट ने यशस्वी जयसवाल, रुतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर और सरफराज खान को लिया है. जबकि नॉर्थ ने शुबमन गिल, अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा को चुना है.
साउथ जोन की टीम: तिलक वर्मा (कप्तान), मोहम्मद अज़हरुद्दीन (उप-कप्तान, विकेटकीपर), तन्मय अग्रवाल, देवदत्त पडिक्कल, मोहित काले, सलमान निज़ार, एन जगदीसन (विकेटकीपर), टी विजय, आर साई किशोर, तनय त्यागराजन, विशाक विजयनेखुमर, बैक्यिल बधीश, एमडी सिंह, स्नेहल कौथंकर.
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