जारी World Cup 2023 में मंगलवार को अफगानिस्तान के खिलाफ (Australia vs Afghanistan) के खिलाफ ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने बल्ले से जैसे बड़े-बड़े बम फोड़े, उसकी चर्चा दूर-तक है. और वास्तव में सिर्फ 128 गेंदों पर मैक्सेवल ने जैसी सूनामी से भरी नाबाद 201 रन की पारी खेली, उसके चर्चा हमेशा और हमेशा होते रहेंगे. और हमेशा इस पारी का उदाहरण दिया जाएगा, इसके चर्चे होंगे और अलग-अलग पहलुओं से ग्ले मैक्सवेल के कारनामे की मिसाल दी जाती रहेगी. अलग-अलग नजरिए से इस पारी की समीक्षा अभी भी हो रही है. और मास्टर ब्लास्टर ने विस्तार से बताया है कि बैटिंग के दौरान मांसपेशी में हुए खिंचाव ने कैसे मैक्सवेल की मदद की.
सचिन तेंदुलकर X (पूर्व में ट्विटर) पर मैक्सवेल की पारी पर एक बार फिर से लिखा, जीन और क्रिकेट में बहुत समानताए हैं. कभी-कभी स्प्रिंग की तरह जो बात आपको पीछे की तरफ खींचती है, वह आपको आगे की ओर भी धकेलती है! मंगलवार को मांसपेशियों में आए खिंचाव ने मैक्सवेल के फुटवर्क में अड़ंगा डाल दिया. उन्हें क्रीज पर बने रहना था, लेकिन इस अड़ंगे ने मैक्सवेल के सिर को स्थिर रखा, उन्हें गेंद को नजदीकी से देखने में मदद की. और इस पहलू ने हैंड-आई कॉर्डिनेशन (आंख-हाथ संयोजन) को अपना काम करने की स्वतंत्रता प्रदान की. और इस काम में उनकी असाधारण बैकलिफ्ट (बल्ले के ऊपर को उठाने की प्रक्रिया) ने पूरी मदद की. खेल के अलग-अलग फॉर्मेट में, मैच के अलग-अलग हालात में अलग फुटवर्क की जरुरत होती है. और कभी-कभी नो-फुटवर्क ग्रेट फुटवर्क साबित होता है.
यह एक ऐसा सूक्ष्म ज्ञान है, जो शायद एक बार को सचिन जैसे स्तर के दिग्गज से ही आ सकता है. वैसे इस पहलू को लेकर चर्चा पंडित और फैंस कर रहे थे कि क्रैंप होने से भी मैक्सवेल को अपना आतिशी अंदाज दिखाने में मदद मिली. कौन जानता है कि अगर वह पूरी तरह फिट होते, रन तेजी से दौड़ते, तो कौन जानता है क्या होता. बहरहाल, मांसपेशियों में खिंचाव आम आदमी की सहानुभूति मैक्सवेल से जोड़ता है. और उनके कार्य को मुश्किल बनाता है.