Jeffrey Vandersay brought havoc: रविवार को श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में मेजबान श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में किसी ने भी नहीं सोचा था कि भारत को मेजबानों के हाथों 32 रन से हार झेलनी पड़ेगी, लेकिन यह पूरी तरह से प्लेयर ऑफ द मैच जेफ्री वंडारसे (Jeffrey Vandersay) का दिन था, जिन्होंने छह विकेट लेकर भारत को हार का कड़वा घूंट पीने पर मजबूर करते साफ कर दिया कि मेहमान टीम अब जीत के लिए नहीं, बल्कि आखिरी वनडे में सीरीज बराबरी के लिए मैदान पर उतरेगी. बहरहाल, करारी हार मिली, तो दो शर्मनाक रिकॉर्ड भी टीम इंडिया के खाते में जमा हो गए. एक तो इनमें ऐसा कि आप हैरान रह जाएंगे कि आखिरकार कोलंबो में यह कैसा संयोग है या यह कैसा कोहराम है. कुल मिलाकर ये बहुत ही शर्मनाक रिकॉर्ड हैं क्योंकि यह अनचाहा रिकॉर्ड ऐसे बल्लेबाजों के खिलाफ आया है, जिनके बारे में कहा जाता है कि स्पिन खेलने की कला भारतीय बल्लेबाजों के डीएनए में है. चलिए बारी-बारी से दोनों के ही बारे में जान लीजिए:
बस बाल-बाल बच गए, लेकिन...!
आप यह सोचिए कि अगर वंडारसे या श्रीलंका का कोई भी स्पिनर अगर एक और विकेट एलबीडब्ल्यू के रूप में चटका लेता, तो यह वनडे इतिहास में किसी एक मैच में सबसे ज्यादा (6) एलबीडब्ल्यू आउट होनी टैंपलेट भारत पर चिपक जाती, लेकिन तीसरी बार सबसे ज्यादा एलबीडब्ल्यू आउट होने की बराबरी तो कर ही ली. इसमें भी दो बार यह शर्मिंदगी इसी सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ ही झेलनी पड़ी है. पहले छूटे टाई वनडे में भी पांच बल्लेबाज एलबीडब्ल्यू आउट हुए थे, तो दूसरे वनडे में भी कुछ ऐसा हुआ. मतलब एक ही वनडे सीरीज में दो बार सबसे ज्यादा एलबीडब्ल्यू आउट होने की बदनामी तो चिपक ही गई. वैसे सबसे पहले ऐसा साल 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में झेलना पड़ा था.
यहां भी हो गई शर्मनाक वापसी !
जब एक वनडे मैच में सबसे ज्यादा स्पिनरों के खिलाफ विकेट गंवाने की बारी आती है, तो यह गम भी लंकाई स्पिनरों ने दिया हुआ है. पिछले साल कोलंबो में ही खेले गए मैच में भारत के सभी दस विकेट स्पिरनों ने लिए थे, तो एक पारी में उसके 9 विकेट भी पहली बार श्रीलंका के खिलाफ 1997 में स्पिनरों ने ही लिए थे. पर कोलंबो में स्पिनरों का कोहराम ऐसा मचा कि सीरीज के शुरुआती दोनों ही मैचों में भारत के नौ बल्लेबाज स्पिनरों के खिलाफ गिरे. कोलंबो का कोहराम कैसा है, यह आप इससे समझें कि वनडे इतिहास में भारत के शीर्ष चार मैचों में स्पिनरों के खिलाफ गिरे सबसे ज्यादा विकेट श्रीलंका के ही खिलाफ गिरे हैं. एक मैच में दस और तीन मैचों में नौ-नौ. चारों मैचों ये हाल कोलंबों में हुआ है.