Shubman Gill: गिल हैं वर्ल्ड क्रिकेट के नए रन मशीन: बेहतर कप्तान या बेहतर बल्लेबाज़?

Shubman Gill New Run Machine of World Cricket: बतौर बल्लेबाज़ और कप्तान गिल की शख्सियत खासतौर पर भारत के इंग्लैंड दौरे (मई-अगस्त, 2025) के बाद से निखरने लगी है. इंग्लैंड दौरे पर उनकी बल्लेबाज़ी और कप्तानी की दुनिया भर के क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने खूब तारीफ की.

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Shubman Gill: गिल हैं वर्ल्ड क्रिकेट के नए रन मशीन:
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  • दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में शुभमन गिल ने अपने 39वें टेस्ट मैच में 10वां शतक पूरा किया .
  • गिल ने पिछले पांच सालों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 19 शतक बनाए.
  • भारत के इंग्लैंड दौरे के बाद से गिल की कप्तानी और बल्लेबाजी की विश्वभर में प्रशंसा हुई है.
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क्रिकेट के सितारों की चमक उल्कापिंड सी होती है. जब चमकते हैं तो आसमान में एकाएक इतनी रोशनी होती है कि नज़रें उसपर ही टिक जाती हैं. टीम इंडिया के 26 साल के युवा कप्तान गिल को पिछले तीन-चार महीनों में ऐसी ही शोहरत हासिल हुई है. गिल अपनी इस शोहरत की सवारी भी संयम से करते नज़र आते हैं. 

19वां अंतर्राष्ट्रीय शतक

दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में गिल ने अपने 39वें टेस्ट में 10वां शतक पूरा किया. पिछले 5 साल के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में उनके नाम 19 शतक (टेस्ट में 10, वनडे में 8 और टी-20 में 1) दर्ज हो गए हैं. इस साल 5 शतक लगाकर उन्होंने कैलेंडर साल 2025 में सबसे ज़्यादा रन भी बटोर लिए.

स्टेडियम में किस खिलाड़ी का नारा है बुलंद

बतौर बल्लेबाज़ और कप्तान गिल की शख्सियत खासतौर पर भारत के इंग्लैंड दौरे (मई-अगस्त, 2025) के बाद से निखरने लगी है. इंग्लैंड दौरे पर उनकी बल्लेबाज़ी और कप्तानी की दुनिया भर के क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने खूब तारीफ की. लेकिन उकी छवि मज़बूत होने में अभी वक्त लगने वाला है. 

अरुण जेटली स्टेडियम में भारत बनाम विंडीज़ टेस्ट के पहले दोनों दिन कई कोनों से फ़ैनस 'कोहली-कोहली' के नारे लगाते रहे. वो भी तब जब शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल अपने-अपने शतकों के करीब रहे. कई कोनों में गिल और यशस्वी जैसे स्टार्स को भी लोग पुकारते, सराहते रहे. जहां-तहां से 'बुमराह-बुमराह' के नारे भी बताते रहे कि टीम इंडिया में कई सितारे दर्शकों को स्टेडियम तक खींचने में कामयाब रहे हैं.  

बैटर-कप्तान गिल बना रहे रिकॉर्ड

बतौर बैटर और कप्तान शुभमन गिल और विराट कोहली में फर्क तो नज़र आता है. लेकिन हल्की-सी मुस्कुराहट ओढ़े गिल भी विराट कोहली से कम आक्रामक नहीं. ना ही उनके बल्ले पर हल्का भी अलग ज़िम्मेदारी का दबाव झलकता है. गिल का बल्ला आईपीएल, इंग्लैंड दौरा, एशिया कप और अब विंडीज़ के खिलाफ भी लगातार उसी रफ्तार से बोलता नज़र आ रहा है. बतौर कप्तान 7 टेस्ट में उनके नाम अब 5 टेस्ट हो गए हैं, और ये सिलसिला बदस्तूर जारी है. ज़रा इस रिकॉर्ड पर गौर फरमायें- 

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महान ब्रैडमैन, गावस्कर और विराट की लीग में कप्तान गिल

दिल्ली टेस्ट में गिल के बल्ले से आया उनका 10वां टेस्ट शतक बतौर कप्तान उनका 5वां शतक है. इस रफ्तार से आने वाले दिनों में वो रिकॉर्ड की झड़ी लगाते नज़र आते हैं. 

  • विराट कोहली 2017 5 शतक
  • विराट कोहली 2018 5 शतक
  • शुभमन गिल 2025 5 शतक 
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बतौर कप्तान 5 टेस्ट शतक लगाने के लिए पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को 10 पारियां खेलनी पड़ीं जबकि शुभमन गिल को 12 और विराट कोहली को 18 पारियां. 

5 टेस्ट शतक लगाने के लिए भारतीय कप्तानों का सफर

  • सुनील गावस्कर   10 पारी
  • शुभमन गिल        12 पारी
  • विराट कोहली       18 पारी

12 पारियों में सबसे ज़्यादा रन बनाने वालों की फेहरिस्त में भी कप्तान गिल सिर्फ सर डॉन ब्रैडमैन से पीछे और गावस्कर के बराबर आ गए हैं. 

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12 पारियों में सबसे ज़्यादा रन

  • 1023 रन: सर डॉन ब्रैडमैन 
  • 933 रन: शुभमन गिल 
  • 933 रन: सुनील गावस्कर 
  • 904 रन: एलिस्टर कुक 

गिल की असली परीक्षा बाकी

गिल का सितारा बुलंदियों पर है. लेकिन हर कप्तान और खिलाड़ी को खेल में एक बुरे दौर से गुजरना ही पड़ता है. और, तब गिल का असली इम्तिहान होगा. ये बात टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर भी मानते हैं. कोच गंभीर कहते हैं,"मैं देखना चाहता हूं कि जब शुभमन गिल के पक्ष में चीजें नहीं होंगी तो वह कैसे प्रतिक्रिया देते हैं. मैं हमेशा उनका समर्थन करने, उनका साथ देने और उनके डिफेंस के लिए तैयार हूं. जब तक वह सब कुछ ठीक नहीं कर लेते, मैं उनके लिए सारी आलोचनाएं सहने को तैयार हूं."

ये बड़ी बात है कि एक कोच एक कप्तान के बुरे दौर का भार अपने सिर पर लेने को तैयार नज़र आता है. वैसे तब भी गिल को अपने साहस और स्किल पर भरोसा करना होगा. विन्सटन चर्चिल ने कहा था,"कामयाबी फाइनल नहीं होती और नाकामी घातक नहीं होती; दरअसल हर दौर में साहस ही सबसे अहम होता है."

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वैसे कामयाबी के दौर में नाकामी की क्यों सोचना. जब वो वक्त आयेगा तब गिल के संघर्ष के उस दौर में भी उनके फ़ैंस उन्हें ज़रूर सराहेंगे. फिलहाल ये कामयाब कप्तान-बैटर गिल के ऊंचे चढ़ते ग्राफ को देखने का दौर है. टीम इंडिया के बुलंदियों पर चढ़ने का दौर है.

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