रोहित शर्मा के बाद भारतीय टीम का कप्तान बनना चाहते हैं या नहीं, श्रेयस अय्यर ने दिया जवाब

Shreyas Iyer react on Leadership Ambitions, चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए श्रेयस अय्यर ने शानदार बल्लेबाजी की और भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका भी निभाई.

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Shreyas Iyer react on Captainship

Shreyas Iyer react big Statement on Indian Captain in white ball cricket: चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के चैंपियन बनने में श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer, Champions Trophy 2025का भी अहम किरदार रहा है. अय्यर ने टूर्नामेंट में 5 मैच खेलकर 243 रन बनाए और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन  बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने. इसके अलावा अय्यर ने फाइनल में 48 रन की अहम पारी खेली जिसने भारत को जीत के दरवाजे पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. वहीं, अब चैंपियन बनने के बाद श्रेयस अय्यर ने भविष्य में टीम का कप्तान बनने के लेकर बड़ा बयान दिया है. 

 टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए अपने इंटरव्यू में श्रेयस अय्यर ने भविष्य में कप्तान बनने को लेकर कहा, "यकीनन हां, लेकिन अभी मैं जितना हो सके उतना खेलना चाहता हूं.  मैंने घरेलू टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन देखते हैं आगे क्या होता है. मैं इसके बारे में (कप्तानी) बहुत ज़्यादा नहीं सोचना चाहता क्योंकि जितना ज़्यादा मैं सोचूंगा, उतना ज़्यादा दिमाग़ थक जाएगा.  मैं पल में जीता हूं . मैं इसका आनंद लेता हूं. और जब मैच आता है तो उसके बारे में सोचता हूं.  मैं भविष्य या अतीत के बारे में ज़्यादा नहीं सोचता,  इससे मुझे  अपने परफॉर्मेंस को आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिलती है. "

बता  दें कि आईपीएल का आगाज 22 मार्च से होने वाला है. इस बार आईपीएल में अय्यर पंजाब किंग्स की ओर से खेलते हुए नजर आने वाले हैं. अय्यर को पंजाब किंग्स ने मेगा ऑक्शन में 26.75 करोड़ में खरीदकर अपनी टीम में शामिल किया था. वहीं, इंटरव्यू के दौरान अय्यर ने अपनी पुरानी टीम केकेआर को लेकर भी बात की. 

अय्यर ने कहा  "मैंने खुद से ये सारे सवाल पूछे और एक रूटीन बनाया और अपनी ट्रेनिंग पर ध्यान देना शुरू किया और साथ ही साथ मैंने जो स्किल्स  जोड़े, उन पर भी ध्यान दिया.  एक बार जब मुझे घरेलू क्रिकेट में लगातार मैच खेलने को मिले, तो मुझे पता चला कि मेरे लिए फिटनेस कितनी महत्वपूर्ण है, खासकर जब मैंने साल की शुरुआत में काफी चिंता में रहा था.  लेकिन मैं खुद से बेहद खुश हूं... जिस तरह से मैं उस बुरे वक्त से बाहर आया, जिस तरह से मैंने स्थिति को संभाला यह मेरे लिए मायने रखता है.  और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मुझे खुद पर विश्वास था."

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बुरे दौर में अभिषेक नायर का मिला साथ 

इसके अलावा अय्य़र ने अपने बुरे समय को याद किया और अभिषेक नायर का शक्रुया अदा किया. अय्यर ने कहा, "जब भी मैं जीवन के उस बुरे दौर से गुज़रता हूँं, तो बहुत कम लोग मुझे मैसेज करते हैं लेकिन प्रवीण आमरे सर, अभिषेक नायर, सागर और कुछ अन्य लोगों ने उस दौरान मेरा साथ दिया. मैं उन्हें हमेशा अपने साथ रखूंगा. जब सब कुछ ठीक होता है तो सबी आपके साथ होते हैं , लेकिन जब मैं उस बुरे दौर से गुज़र रहा तो इन लोगों ने मेरा भरपूर साथ दिया. मैं इस तरह की मानसिकता की सराहना करता हूं और मैं ये जरूर कहूंगा कि अगर आपके आस-पास ऐसे लोग हैं तो आप निश्चित रूप से आगे बढ़ेंगे. 

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