ऐसा काफी दिनों से हो रहा है जब भी शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) इंडिया के लिए अच्छा प्रदर्शन करते हैं वे सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरते हैं. मुंबई के दाएं हाथ के सीमर इंटरनेट यूजर्स के पसंदीदा हैं. वे उनके "भगवान" है. जोहान्सबर्ग (Johannesburg) में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन, शार्दुल ने ना केवल पांच विकेट लेकर भारत की इस मैच में वापसी करवाई बल्कि अपने करियर की बेस्ट बॉलिंग भी की.
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बस फिर क्या था ट्विटर पर "लॉर्ड शार्दुल ठाकुर" (Lord Shardul) ट्रेंड करने में ज्यादा समय नहीं लगा, लेकिन यह नाम कहां से आया? भारत के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे (Paras Mhambre) द्वारा दिन के खेल के बाद पूछे जाने पर, शार्दुल ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि इसे किसने शुरू किया था, लेकिन पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान "लॉर्ड" नाम का दौर शुरू हो गया था.
शार्दुल ने BCCI.tv द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में कहा "सही कहूं तो मुझे नहीं पता कि किसने मुझे भगवान कहना शुरू किया, लेकिन मुझे यकीन है कि यह ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ एक घरेलू श्रृंखला में शुरू हुआ ... आईपीएल से ठीक पहले. यह एक श्रृंखला थी, जहां मुझे बहुत सफलता मिली और ज्यादातर एक ओवर में लगातार दो विकेट लेने के बाद... वहीं से नाम आया. दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 61 विकेट पर 7 विकेट चटकाए, क्योंकि भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 229 रन पर आउट कर अपनी पहली पारी की बढ़त को केवल 27 रन तक सीमित कर दिया. दूसरे दिन स्टंप तक, भारत ने अपनी दूसरी पारी में 2 विकेट पर 85 रन बनाए, जिससे मेजबान टीम 58 रनों से आगे हो गई. अनुभवी क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा तीसरे दिन भारत के लिए अच्छी साझेदारी कि इसके बाद भारतीय बल्लेबाज अफ्रीकी जमीन पर नहीं टिक पाए और लंच तक भारत ने छह विकेट खो दिए थे.
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शार्दुल ने कोच म्हाम्ब्रे को अपनी सफलता का मंत्र साझा करते हुए कहा कि "जब मैं मैदान में प्रवेश करता हूं, तो मैं आत्मविश्वास के साथ जाता हूं. यह मेरी सफलता का एक सरल और छोटा मंत्र है और मैं इसे जारी रखना चाहता हूं. मैं बस इसे रखने की कोशिश कर रहा था गेंद सही जगह पर थी. विकेट थोड़ा काम कर रहा था और भगवान की मर्जी से मुझे सात विकेट मिले. टीम के लिए योगदान देकर बहुत खुश हूं."
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