स्पेशल रिकॉर्ड के साथ सरफराज नंबर तीन पर, लेकिन भारतीय XI का हिस्सा बनने को करना पड़ेगा लंबा इंतजार, यह है वजह

Sarfaraz Khan: ईरानी ट्रॉफी में हाल ही में बनाए गए दोहरे शतक के बाद जहां सर डॉन ब्रैडमैन पहले नंबर पर हैं, तो सरफराज तीसरे नंबर पर हैं. इसके बावजूद सरफराज का भविष्य डांवाडोल है.

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नई दिल्ली:

हाल में खत्म हुई बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में एक तरफ रविचंद्रन अश्विन और ऋषभ पंत के नाम की धूम थी, तो दूसरी तरफ दलीप ट्रॉफी में भी कुछ खिलाड़ी सेलेक्टरों को प्रभावित करने में चुटे थे. वहीं, कुछ को बांग्लादेश के खिलाफ इलेवन में जगह नहीं मिली, तो उन्हें ईरानी ट्रॉफी में खेलने भेजा गया. और यहां सरफराज खान (Sarfaraz Khan) ने दिखाया कि वास्तव में यह उनका दुर्भाग्य है कि इतनी प्रचंड फॉर्म में होने के बावजूद उनके लिए भारतीय इलेवन में जगह नहीं है. पिछले कुछ साल से घरेलू क्रिकेट में बल्ले से आग बरसा रहे सरफराज ने बुधवार को शेष भारत के लिए पूरे दिन बैटिंग करते हुए कुल मिलाकर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 15वां शतक और चौथा दोहरा शतक जड़ा. 

न जाने कब खत्म होगा इंतजार?

वर्तमान में यह खबर लिखे जाने तक 75 फर्स्ट क्लास पारियों के बाद सरफराज खान का औसत करीब 70 का हो चला है. और खेल के इतिहास में उनसे ज्यादा औसत सिर्फ सर डॉन ब्रैडमैन और विजय मर्चेंट का है. टेस्ट क्रिकेट में भी उनकी शुरुआत उम्दा रही है. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सर डॉन का औसत 95.14, जबकि विजय मर्चेंट का औसत 71.64 का है.  भारत के लिए अभी तक सिर्फ पांच पारियां खेलने के बाद उनका औसत लगभग 50 का है. यह प्रदर्शन किसी भी देश की टेस्ट इलेवन में जगह दिलान के लिए काफी है, लेकिन सरफराज के मामले में कहा नहीं जा सकता कि उन्हें यहां से इलेवन में खेलने के लिए कितना लंबा इंतजार करना पड़ेगा.

शुरू से ही करनी पड़ी खासी जद्दोजहद

सरफराज का प्रथम-श्रेणी करियर साल 2014 में शुरू हुआ था. तब भारतीय मिड्ल ऑर्डर ने नंबर तीन पर पुजारा, चार पर विराट कोहली और नंबर पांच पर अजिंक्य रहाणे के साथ व्यवस्थित होना शुरू किया था. यहां से अगले कुछ सालों में इन तीनों ने बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया. नतीजन घरेलू क्रिकेट में कितना भी बेहतर करने वाले खिलाड़ी के लिए टीम में कोई जगह नहीं थी. 

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पुजारा और रहाणे के जाने के बाद जहां कोहली नंबर चार पर अभी भी जमे हुए हैं, तो नंबर तीन फिलहाल शुबमन गिल के पास चला गया है. ऐसे में सरफराज के  लिए जगह नंबर पांच या छह बचती है. इनमें से एक जगह अनिवार्य रूप से विकेटकीपर के पास चली जाती है, जिस पर ज्यादातर ऋषभ पंत खेलते हैं, तो नंबर सात और आठ पर आर. अश्विन और रवींद्र जडेजा खेलते हैं. इंग्लैंड के खिलाफ सरफराज ने चार बार नंबर छह पर बैटिंग की, जबकि बाकी समय वह नंबर पांच पर खेले. 

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...और अब पता नहीं कब आएगा नंबर

यहां भी सरफराज को इलवेन में इसलिए ही जगह मिली क्योंकि श्रेयस अय्यर और केएल राहुल चोटिल हो गए. अब खराब फॉर्म और बाकी वजहों से अय्यर तो रेस में पीछे चले गए, लेकिन केएल राहुल फिट होकर लौटे, तो उनका बल्ला भी बरस पड़ा. और अब केएल राहुल ही सबसे बड़ी वजह हैं कि सरफराज को आने वाले समय में इलेवन का हिस्सा बनने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. राहुल व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में भी खेलते हैं, तो कानपुर में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 43 गेंदों पर 68 रन की पारी खेली. ऐसे में केएल राहुल को ड्रॉप करना सही नहीं होगा, लेकिन यह साफ है कि नंबर चार से लेकर छह तक सरफराज पहले विकल्प हैं. लेकिन वह कब इलेवन का हिस्सा होंगे,इसका जवाब तो समय ही देगा

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