इसमें दो राय नहीं कि हाल ही में शुरू हुए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2024) में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) टीम का अभियान आसान होने नहीं जा रहा है. यह सही है कि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की वापसी हुई है, लेकिन खुद उन्हें कई मोर्चों पर खुद को साबित करना है. पहले मैच में पंत पंजाब के खिलाफ 18 ही रन बना सके थे, तो उसे मुल्लनपुर में पंजाब किंग्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में 4 विकेट से हार का मुंह देखना पड़ा था. जाहिर है कि अब दूसरे मैच में राजस्थान रॉयल्स (RR vs DC) के खिलाफ उसी के गढ़ में मात देना बिल्कुल भी आसान होने नहीं जा रहा. वजह यह है कि समस्या उसके साथ ऋषभ पंत को लेकर ही नहीं, बल्कि कई हैं. मगर पड़ी समस्या उसकी बैटिंग के इर्द-गिर्द है, जो पिछले सीजन की शुरुआत से चल रही है.
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दिल्ली के बैटर दिला पाएंगे समस्या से निजात?
अब जबकि टूर्नामेंट की शुरुआत से ही टीमों ने बड़े स्कोर बनाने शुरू कर दिए हैं, तो यह देखने वाली बात होगी कि कैपिटल्स के बल्लेबाज अपनी टीम को बड़ी समस्या से मुक्ति दिला पाते हैं या नहीं? आईपीएल के पिछले संस्करण से लेकर दिल्ली के बल्लेबाज सिर्फ 14 ही अर्द्धशतकीय साझेदारियां निभा सके हैं. यह बताने के लिए काफी है कि कैपिटल्स बैटर्स टिककर टीम के लिए पड़ी पारियां खेलने में नाकाम रहे हैं. अब देखने की बात होगी कि इस साल इस आंकड़े में कितना सुधार होता है. लेकिन अगर इसे समस्या को आज राजस्थान के संदर्भ में देखा जाए, तो मैच से पहले ही इस समस्या में हालात कोढ़ में खाज जैसे हो गए हैं.
इस कोढ़ में खाज से निपट पाएंगे?
जी हां, दिल्ली कैपिटल्स के लिए कोढ़ में खाज साबित हो सकते हैं कि लेफ्टी किवी पेसर ट्रेंट बोल्ट. वास्तव में मुकाबला दिल्ली के ओपनरों और बोल्ट के बीच बहुत ही कड़ा होने जा रहा है. बात जब पावर-प्ले में विकेट चटकाने की आती है, तो ट्रेंट बोल्ट साल 2022 से आईपीएल में मोहम्मद शमी के बाद दूसरे सबसे कामयाब गेंदबाज हैं. शमी ने जहां पावर-प्ले (शुरुआती 6 ओवर) में 28 विकेट चटकाए हैं, तो वहीं बोल्ट के नाम पर 22 विकेट हैं. ऐसे में अब देखना होगा कि आज डेविड वॉर्नर सहित दिल्ली का टॉप ऑर्डर बोल्ट के 440 के झटकों से खुद को कैसे बचा पाता है?