रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु मंगलवार को 18 सालों में पहली बार आईपीएल खिताब जीतने में सफल हुई थी, ऐसे में बुधवार को फैंस भारी संख्या में इस जीत का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतरे. पहले एक विक्ट्री परेड होनी थी, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए इस विक्ट्री परेड को रद्द किया. बेंगलुरु की टीम का चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक कार्यक्रम भी था और इसको लेकर स्टेडियम के बाहर भारी संख्या में फैंस आए. लेकिन इस दौरान स्टेडियम के बाहर भगदड़ हुई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई. हालांकि, इस दौरान हैरानी वाली बात यह थी कि स्टेडियम के बाहर जब यह घटना हुई, उसके कुछ ही देर बार स्टेडियम के अंदर कार्यक्रम चालू रहा. इसको लेकर आईपीएल चेयरमैन की तरफ से सफाई आई कि स्टेडियम के अंदर लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी. वहीं अब इस पूरी घटना पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अधिकारिक बयान जारी किया है.
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि उन्हें जैसे ही स्थिति की जानकारी हुई, उन्होंने कार्यक्रम बंद कर दिया. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा,"आज दोपहर टीम के आने की प्रत्याशा में पूरे बेंगलुरु में सार्वजनिक समारोहों के संबंध में मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से सामने आई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से हम बहुत दुखी हैं. सभी की सुरक्षा हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है."
फ्रेंचाइजी ने आगे लिखा,"आरसीबी पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है. स्थिति की जाने होने के तुरंत बाद, हमने अपने कार्यक्रम में संशोधन किया और स्थानीय प्रशासन की सलाह का पालन किया. हम अपने सभी समर्थकों से आग्रह करते हैं कि कृपया सुरक्षित रहें."
बुधवार की सुबह, टीम के प्रबंधन ने घोषणा की थी कि वे स्टेडियम में एक कार्यक्रम से पहले विधानसभा से लगभग 1 किमी दूर स्टेडियम तक एक खुली बस में एक विजय परेड आयोजित करेंगे, जिसके लिए सीमित मुफ्त पास ऑनलाइन उपलब्ध होंगे. हालांकि, बुधवार सुबह 11:56 बजे ट्रैफिक पुलिस ने घोषणा की कि कोई विजय परेड नहीं होगी. दोपहर करीब 1:30 बजे, आरसीबी टीम एचएएल हवाई अड्डे पर पहुंची और विधानसभा जाने से पहले होटल पहुंची. तब तक हजारों लोग विधानसभा के आसपास जमा हो गए थे, जहां कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया टीम को सम्मानित करने वाले थे.
पुलिस के मुताबिक, दोपहर 3 बजे तक करीब 50,000 लोग 1 किलोमीटर के दायरे में थे और यह संख्या बढ़ती ही जा रही थी. घटना की जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक, भीड़ को उम्मीद थी कि परेड के बाद खुली बस स्टेडियम की ओर जाएगी. चूंकि कई लोगों के पास कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने के लिए टिकट नहीं थे, उन्हें उम्मीद थी कि वे कम से कम बस में क्रिकेट सितारों की एक झलक देख लेंगे.
रिपोर्ट्स की मानें तो फैंस को यह नहीं पता था कि विक्ट्री परेड रद्द कर दी गई थी. जब टीम स्टेडियम के लिए रवाना हुई तो वह एक बंद बस में थी. स्टेडियम के बाहर दुर्घटना शाम करीब 4:45 बजे हुई, जब स्टेडियम का गेट 1 आंशिक रूप से खुला और भीड़, जिसमें टिकट और बिना टिकट वाले दोनों शामिल थे, ने परिसर में घुसने का प्रयास किया.
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