भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने लंबे समय के बाद रणजी ट्रॉफी के अपने वापसी मैच में दिल्ली का नेतृत्व करने के प्रस्ताव को विनम्रतापूर्वक अस्वीकार कर दिया है क्योंकि वह चाहते हैं कि मौजूदा सत्र के आखिरी मैच नियमित कप्तान आयुष बडोनी टीम का नेतृत्व करना जारी रखे. भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत ने भी पिछले मैच में सौराष्ट्र के खिलाफ इस टीम का नेतृत्व करने के मना कर दिया था.
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर 'पीटीआई' को बताया,"विराट से पूछा गया था कि क्या वह कप्तानी करना चाहेंगे? उन्होंने कहा कि वह चाहेंगे कि आयुष टीम का नेतृत्व जारी रखें." इस बीच कोहली की मौजूदगी से प्रशंसकों की भारी दिलचस्पी को देखते हुए बीसीसीआई और घरेलू प्रसारणकर्ता 'जियोसिनेमा' ने मैच को लाइव-स्ट्रीम करने का फैसला किया है.
बीसीसीआई आम तौर पर सभी बड़े केंद्रों पर एक मैच का टीवी के लिए सीधा प्रसारण के साथ स्ट्रीमिंग करता है और इस दौर में कर्नाटक और हरियाणा के बीच चिन्नास्वामी स्टेडियम पर होने वाले मैच का टीवी के लिए सीधा प्रसारण पहले से तय है. इस मैच में भारतीय बल्लेबाज लोकेश राहुल कर्नाटक के लिए मैदान पर उतरेंगे. दो और मैचों की स्ट्रीमिंग होगी जिसमें ईडन गार्डंस पर बंगाल और पंजाब के बीच होने वाला मैच शामिल है.
मैचों के प्रसारण का रोस्टर महीनों पहले बन जाता है और अगर इस मैच में कोहली की मौजूदगी नहीं होती तो इसकी स्ट्रीमिंग नहीं होती. रणजी के इस चरण के सबसे हाई प्रोफाइल मैच को प्रसारकों द्वारा नजरअंदाज किए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा मचने के बाद चीजें बदल गयी है.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा,"एक निर्णय लिया गया है और जियोसिनेमा इस मैच को लाइव स्ट्रीम करेगा. इसलिए जो भी विराट कोहली के प्रशंसक दिल्ली में नहीं हैं, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है. वे अपने पसंदीदा खिलाड़ी को लाइव देख सकते हैं."
विराट कोहली की काली पोर्श कार सुबह ठीक नौ बजे जब फिरोजशाह कोटला मैदान के 'वीरेंद्र सहवाग गेट' से अंदर आई तो यह दिल्ली के इस स्टार बल्लेबाज के लिए घर वापसी जैसा था जो 12 साल से अधिक समय के बाद अपनी प्रथम श्रेणी टीम के साथ अभ्यास के लिए पहुंचे. तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को छोड़कर दिल्ली की टीम के अन्य सभी 18 सदस्यों ने उन्हें केवल टीवी पर देखा था और यह कहानियां सुनते हुए बड़े हुए थे कि कैसे 'चीकू' भारतीय क्रिकेट का 'किंग' बन गया.
पिछले 15 वर्षों में दिल्ली का 'चीकू' एक धुंधली याद बनकर रह गया है क्योंकि वह वैश्विक क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यावसायिक रूप से व्यावहारिक ब्रांड बन गया है. वह चेहरा जिसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपनी ओलंपिक दावेदारी की पेशकश में सबके सामने रखा.
सोमवार को वह अपने घरेलू मैदान पर लगभग तीन घंटे तक रहे और उन्होंने अपने आसपास के सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. चाहे वे युवा खिलाड़ी हों या अनुभवी मुख्य कोच सरनदीप सिंह या बल्लेबाजी कोच बंटू सिंह - सभी उनके करीब रहना चाहते थे.
भारत के पूर्व कप्तान कोहली सभी के साथ विनम्र रहे लेकिन अपने पूर्व अंडर-19 कोच महेश भाटी के साथ अधिक सहज दिखे जो इस टीम के प्रशासनिक प्रबंधक भी हैं.
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,"वह बदला नहीं है. उसको छोले-पूरी पसंद थे और हमने मंगाकर रखे थे. उसने बोला छोले-पूरी नहीं खाऊंगा."
कोहली ने 12 वर्षों में अपने पहले रणजी मुकाबले (30 जनवरी से रेलवे के खिलाफ) से पूर्व अपने पहले अभ्यास सत्र के बाद जो खाया वह उनका पुराना पसंदीदा व्यंजन है. अधिकारी ने खुलासा किया,"अभ्यास के बाद पुराने समय की तरह कढ़ी-चावल खाया सभी के साथ."
रणजी ट्रॉफी मुकाबलों को कवर करने के लिए घरेलू क्रिकेट को चाहने वाले लोग ही पहुंचते हैं लेकिन सोमवार को ऐसे लोगों की संख्या तीन गुनी थी. कोहली के प्रत्येक कदम पर लोगों की नजर थी. दो कोच सरनदीप और बंटू पूरे समय उनके साथ रहे.
कोहली को लेकर उत्साह का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि ‘जियो सिनेमा' इस मैच की स्ट्रीमिंग की व्यवस्था कर रहा है। पहले इस मैच के स्ट्रीमिंग के लिए कोई प्रावधान नहीं था.