Rajasthan Royals Accused Of 'Match-Fixing In IPL: आईपीएल (IPL) के पहले संस्करण के चैंपियन राजस्थान रॉयल्स (RR) इस सीजन में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ 2 रन से मिली हार के कारण विवादों में घिरे हुए हैं. 181 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान एक समय जीत की ओर बढ़ रहा था, लेकिन एलएसजी के तेज गेंदबाज आवेश खान ने डेथ ओवरों में शानदार गेंदबाजी की और मैच को अपनी टीम के पक्ष में कर लिया. हालांकि, इस परिणाम के बाद राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) की तदर्थ समिति के संयोजक जयदीप बिहानी ने रॉयल्स के खिलाफ 'मैच फिक्सिंग' के आरोप लगाए हैं. जिसने क्रिकेट जगत को चौंका कर रख दिया है.
न्यूज18 राजस्थान के साथ बातचीत में श्रीगंगानगर से विधायक बिहानी ने संजू सैमसन की अगुआई वाली फ्रेंचाइजी पर तीखा हमला किया और आखिरी ओवर में एलएसजी के खिलाफ आरआर की हार के पीछे की वैधता पर सवाल उठाया है. बिहानी ने यह भी सवाल उठाया कि सरकार द्वारा नियुक्त तदर्थ समिति का आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के मामलों पर कोई नियंत्रण क्यों नहीं था.
उन्होंने अपने बयान में कहा कि, "राजस्थान में राज्य सरकार ने एड हॉक कमेटी बनाई है. इसे पांचवीं बार बढ़ाया गया है. हम सुनिश्चित करते हैं कि सभी प्रतियोगिताएं बिना किसी समस्या के हों. लेकिन फिर, जैसे ही आईपीएल आया, जिला परिषद (जिला परिषद) ने इसे अपने नियंत्रण में ले लिया. आईपीएल के लिए बीसीसीआई ने पहले आरसीए को ही पत्र भेजा था, जिला परिषद को नहीं. उनके और आरआर के द्वारा दिया गया बहाना यह है कि हमारे पास सवाई मानसिंह स्टेडियम से एमओयू नहीं है. अगर एमओयू नहीं है, तो क्या हुआ? क्या आप हर मैच के लिए जिला परिषद को भुगतान नहीं कर रहे हैं?."
राजस्थान रॉयल्स को अंतिम ओवर में नौ रन की जरूरत थी, लखनऊ के लिए आखिरी ओवर आवेश खान ने किया था. आरआर के पास स्ट्राइक पर ध्रुव जुरेल थे, जबकि शिमरॉन हेटमायर नॉन-स्ट्राइकर छोर पर थे. आवेश ने यॉर्कर गेंदबाजी की और आरआर के बल्लेबाजों को रन बनाने से रोक किया और अपनी टीम को जीत दिला दी आवेश ने अंतिम ओवर में केवल 6 रन दिए, जिससे एलएसजी को मैच में 2 रन से जीत मिली. बता दें कि बिहानी पिछले कुछ समय से राजस्थान रॉयल्स में क्रिकेट से जुड़े मामलों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. इससे पहले, उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के आईपीएल मामलों से राज्य संघ की तदर्थ समिति को दूर रखने के खेल परिषद के फैसले पर सवाल उठाया था.