पाकिस्तान में अगले साल होने वाले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का रास्ता साफ हो चुका है. गुरुवार को जय शाह की अगुवाई में आईसीसी की अहम मीटिंग होनी है. हालांकि, मीटिंग का कोई एजेंडा तय नहीं किया गया है, लेकिन यह संभावित है कि मीटिंग चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर ही हो. वहीं इस मीटिंग से पहले चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर चल रहा गतिरोध खत्म होता प्रतित होता है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हाइब्रिड मॉडल के लिए सहमती जताई है. हालांकि, उसने चार शर्ते रखी है. वहीं भारत और पाकिस्तान का मुकाबला 1 मार्च को होने की दुबई में होने की संभावना है.
आईसीसी मीटिंग से पहले चैंपियंस ट्रॉफी का रास्ता साफ
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, चैंपियंस ट्रॉफी के मुद्दे को सुलझाने के लिए बहुप्रतीक्षित बैठक गुरुवार शाम को होगी, जिसमें हाइब्रिड मॉडल को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा स्वीकार किया जाना तय है. आईसीसी के 15 सदस्यों में से अधिकांश, 15 मैचों वाले टूर्नामेंट के हाइब्रिड मॉडल के लिए राजी हैं. बैठक यूएई समयानुसार दोपहर 3.30 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे) होगी, जिसकी अध्यक्षता आईसीसी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जय शाह करेंगे.
रिपोर्ट की मानें तो, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी), जो फॉर्मूले का विरोध कर रहा है, माना जाता है कि हाइब्रिड मॉडल के लिए सहमत हो गया है. यूएई हाइब्रिड मॉडल के दूसरे वेन्यू के रूप में उभरा है. यहां पर तीन लीग सहित 15 में से पांच खेल होंगे. भारत के मैच और दो नॉकआउट मैच - एक सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल - आयोजित किए जाएंगे. बैठक के बाद इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने रखी चार शर्तें
खबर के अनुसार, पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने के बदले में चार-पांच मांगें की हैं, लेकिन इसकी संभावना नहीं है कि आईसीसी उन्हें स्वीकार करेगी. पीसीबी की मुख्य मांग है कि जैसे भारत के लिए हाइब्रिड मॉडल हो, वैसे ही भारत में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान के लिए हाइब्रिड मॉडल हो. एनडीटीवी को उसके सूत्रों ने जानकारी दी है कि बीसीसीआई ने इस मांग को ठुकरा दिया है. ऐसे में यह देखना बाकी है कि क्या इसे मंजूरी दी जाएगी. फिलहाल यह सबसे विवादास्पद मुद्दा बना हुआ है. पीसीबी भी पांच खेलों को स्थानांतरित करने के लिए मुआवजे की मांग कर रहा है और इसकी संभावना नहीं है कि इस मांग का कोई विरोध होगा.
इसके अलावा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की एक और अन्य मांग, जिसका आईसीसी और भारतीय बोर्ड द्वारा अस्वीकार किया जाना तय है, है कि भारत, पाकिस्तान और कोई एक अन्य देश, एक त्रिकोणीय सीरीज किसी तटस्थ स्थान पर खेले, संभवत: संयुक्त अरब अमीरात में. लेकिन इस पर कोई आम सहमति नहीं है. आईसीसी और बीसीसीआई दोनों ही इस विचार के विरोध में हैं और इसे खारिज करने की पूरी तैयारी है. भारत ने 2012 के बाद से आईसीसी और एशियाई टूर्नामेंट के अलावा किसी अन्य मैच में पाकिस्तान का सामना नहीं किया है.
पीसीबी की एक और मांग थी कि भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में न रखा जाए ताकि पाकिस्तान अपने सभी लीग मैच घर पर खेल सके. लेकिन आईसीसी को ये मंजूर नहीं था. भारत-पाकिस्तान मैच से पैसा बनता है और माना जाता है कि स्पॉनसर भी इस विचार के विरोध में हैं. रिपोर्ट की मानें तो भारत-पाकिस्तान मुकाबला 1 मार्च के लिए निर्धारित है, और संभवतः दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा.
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