इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में मंगलवार को शतक जड़ने वाले पाकिस्तान के बल्लेबाज कामरान गुलाम ने कहा कि बाबर आजम की जगह लेने के बाद उन पर अच्छा प्रदर्शन करने का बहुत दबाव था. उन्होंने साथ ही कहा कि पिछले चार सालों से घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा करने का उन्हें आखिरकार फल मिला. गुलाम का शतक एक मुश्किल विकेट पर आया जिससे पाकिस्तान ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन पांच विकेट पर 259 रन बनाए. बाबर की जगह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए गुलाम ने 224 गेंद पर 118 रन की धैर्यपूर्ण पारी खेली और पदार्पण टेस्ट में शतक बनाने वाले 13वें पाकिस्तानी बल्लेबाज बन गए. वह इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज हैं.
वहीं सीरीज के दूसरे टेस्ट के पहले दिन के खेल के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कामरान गुलाम ने कहा," पाकिस्तान की ओर से खेलने का मौका मिलने के लिए लगभग चार साल तक इंतजार करना निराशाजनक रह. मेरे अंदर बहुत जुनून था और जब भी मुझे मौका मिलता तो मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था." उन्होंने कहा,"मैंने धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा की क्योंकि मुझे पता था कि मुझे मौका मिलेगा. मुझे लगता है कि घरेलू क्रिकेट में वर्षों तक कड़ी मेहनत करने से मुझे हर तरह की पिचों और हर तरह के गेंदबाजों के सामने खेलने का कौशल मिला है."
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए पाकिस्तान ने बाबर आजम को टीम में जगह नहीं दी है. बाबर की जगह इस मैच में कामरान गुलाम नंबर-4 पर बल्लेबाजी को आए कामरान गुलाम ने 224 गेंदों में 118 रनों की पारी खेली. कामरान गुलाम अगर यह पारी नहीं खेलते तो पाकिस्तान पहले दिन ही बैकफुट पर नजर आता. वहीं दिन के खेल के बाद उन्होंने कहा,"हां, उनकी (बाबर) जगह खेलने का दबाव था लेकिन मुझे लगता है कि सफल होने की मेरी इच्छा ने उस दबाव को खत्म कर दिया."