Thrill of first century of Nitish Reddy: नीतीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न टेस्ट मैच में अपने करियर का पहला शतक ठोककर इतिहास रच दिया. Nitish Reddy, ऑस्ट्रेलिया की धरती पर शतक लगाने वाले भारत के तीसरे सबसे युवा बल्लेबाज बने, 21 साल और 214 दिन की उम्र में शतक लगाकर रेड्डी ने इतिहास रच दिया. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया की धरती पर नंबर 8 बल्लेबाजी क्रम पर सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज भी नीतीश बने. नीतीश के लिए शतक बनाना आसान नहीं था. एक समय भारत के 7 विकेट 221 रन पर गिर गए थे. इसके बाद क्रीज पर मोर्चा नीतीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने संभाला.
दोनों ने मिलकर भारतीय पारी को संभाला और 8वें विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की, जब सुंदर बल्लेबाजी कर रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि नीतीश आसानी के साथ अपना शतक पूरा कर लेंगे लेकिन नाथन लियोन ने सुंदर को 50 रन के स्कोर पर आउट कर भारत को आठवां झटका दिया. अब बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर जसप्रीत बुमराह पहुंचे. जिस समय सुंदर आउट हुए उस समय नीतीश 97 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे.
अब बुमराह और नीतीश क्रीज पर थे. स्कॉट बोलैंड भारत की पारी का 113वां ओवर कर रहे थे. ऐसे में स्कॉट बोलैंड के आखिरी गेंद पर नीतीश ने हवाई शॉट मारा जो एक्सट्रा कवर की दिशा में गई. जहां कोई खिलाड़ी मौजूद नहीं था. यहां पर नीतीश से गलती हो गई और जहां एक रन लेने था वहां, नीतीश और बुमराह ने मिलकर दो रन भागकर ले लिए. जब दो रन पूरा हुआ तो नीतीश को अपनी गलती का एहसास हुआ. यही कारण था कि नीतीश ने अपना सिर पकड़ लिया.
अब बुमराह से सिंगल की उम्मीद थी
ऐसे में अब अगला ओवर पैट कमिंस गेंदबाजी करने आए, बुमराह स्ट्राइक पर थे. फैन्स और नीतीश की सांसें थम गई थी. कमिंस ने लगातार दो गेंद पर बुमराह को रन लेने से रोक लिया. नीतीश की धड़कने नॉन स्ट्राइक एंड पर तेज होने लगी थी. नीतीश रेड्डी के चेहरे को देखकर समझा जा सकता था कि वो अब दुआ कर रहे हैं. दर्शक दीर्घा में मौजूद फैन्स के लिए रोमांच की सीमा चरम पर पहुंच चुकी थी.
तीसरी गेंद पर बुमराह आउट
अब तीसरी गेंद पर कमिंस ने अपनी बेहतरीन गेंद पर बुमराह को पहले स्लिप में कैच कराकर आउट कर दिया. बुमराह के आउट होने के बाद भारत को 9वां झटका लगा. दूसरी ओर नीतीश निराश होने लगे. दर्शक दीर्घा में बैठे उनके परिजन भी दुआ करते दिखने लगे थे. अब नीतीश का शतक मोहम्मद सिराज पर निर्भर था.
चौथी गेंद - सिराज कोई रन नहीं
पांचवीं गेंद -सिराज कोई रन नहीं
अब आखिरी गेंद होने वाली थी. भारतीय फैन्स दुआ कर रहे थे. सिराज के पैर कांप रहे थे. उनके ऊपर एक गेंद को अच्छी तरह से खेलने का दवाब था. नीतीश बस सिराज की ओर से देखकर उनको मोटीवेट कर रहे थे.
छठी गेंद - कमिंस, सिराज को, कोई रन नहीं..
जब सिराज ने कमिंस की तीन गेंद को बचा लिया तो फैन्स को राहत की सांस मिली. अब शतक की उम्मीद बंध गई थी. बोलैंड अगला ओवर करने वाले थे. नीतीश शतक से केवल एक रन दूर थे. 115वीं ओवर के चौथी गेंद पर नीतीश ने सीधे बल्ले से लॉग ऑन की दिशा में चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया. युवा खिलाड़ी के शतक को देखकर मेलबर्न में मौजूद फैन्स खड़े होकर ताली बजाने लगे. विराट कोहली के साथ सेल्फ़ी लेने का सपना देखने वाले युवा बल्लेबाज ने इतिहास रच दिया था. नीतीश ने अपना पहला शतक पूरा कर लिया था. कमेंटेटर भी इस युवा खिलाड़ी का तारीफ लगातार कर रहे थे.
पिता के आंखों से निकले आंसू
अपने बेटे के शतक को देखकर पिता मुताल्या रेड्डी के आंखों से आंसू निकल आए. उनके चेहरे पर गर्व की खुशी साफ झलक रही थी. एडम गिलक्रिस्ट ने मुताल्या रेड्डी से पहला रिएक्शन भी हासिल किया, मुताल्या रेड्डी ने कहा कि, जब सिराज बल्लेबाजी कर रहे थे तो उन्हें काफी टेंशन हो रही थी. यह हमारे परिवार के लिए गर्व का मौका है.
नीतीश कुमार रेड्डी के लिए पिता का संघर्ष
अपनी नौकरी का त्याग किया.
25 साल पहले रिटायर हो गए।.
अपना पूरा ध्यान नीतीश कुमार रेड्डी पर दिया.
उन्हें अपने साथ प्रशिक्षण के लिए ले गए और वित्तीय स्थिति के बावजूद उसे सभी सुविधाएं प्रदान कीं.