- इंग्लैंड को अंतिम दिन केवल पैंतीस रन चाहिए थे और भारत को चार विकेट लेना थे, पर सिराज ने चमत्कार किया
- सिराज की गेंदबाजी से भारत ने छह रन से मैच जीतकर पांच मैचों की सीरीज 2-2 से बराबर कर ली
- मैच के आखिरी दिन चोटिल क्रिस वोक्स का एक हाथ में बल्ला लेकर मैदान पर आना इतिहास में यादगार बन गया
Harry Brook Statement on Mohammed Siraj IND vs ENG 5th Test: इंग्लैंड को आखिरी दिन सिर्फ 35 रन चाहिये थे और भारत को लेने थे चार विकेट. कइयों को भरोसा नहीं था कि भारतीय टीम इस मुकाम से मैच जीत लेगी लेकिन मोहम्मद सिराज कुछ और सोचकर आये थे और उन्होंने वह कर दिखाया जो क्रिकेटप्रेमी बरसों तक याद रखेंगे. चार में से तीन विकेट चटकाकर सिराज ने भारत को छह रन से चमत्कारिक जीत और सीरीज में बराबरी दिलाई. इसके साथ ही पिछले कुछ अर्से की सबसे कड़ी और नाटकीय सीरीज में से एक का शानदार अंत हुआ. मैच के आखिरी दिन सुबह अपने फोन पर ‘बिलीव' इमोजी वॉलपेपर लगाने वाले सिराज ने 30.1 ओवर में 104 रन देकर पांच विकेट लिये.
मोहम्मद सिराज ने जीत के बाद खेल भावना को जाहिर करते हुए क्रिस वोक्स को गले लगाया और उसके बाद ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. भारत-इंग्लैंड के बीच ओवल में खेले गए आखिरी टेस्ट मुकाबले में जब मैदान पर चोटिल क्रिस वोक्स मैदान पर उतरे और एक हाथ में बल्ला थामे मैदान पर उतरे और ये तस्वीर इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए अमर हो गई.
हैरी ब्रूक ने मो. सिराज की जमकर की तारीफ
सिराज ने मैच में नौ विकेट लिये और भारत की छह रन से जीत के हीरो रहे. इस जीत के साथ ही भारत ने पांच मैचों की सीरीज 2 - 2 से ड्रॉ करा ली. भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर द्वारा इंग्लैंड टीम के ‘प्लेयर आफ द सीरिज 'चुने गए हैरी ब्रूक (Harry Brook on Mohammed Siraj) ने कहा ,‘‘ मुझे लगा था कि हम आसानी से जीत जायेंगे लेकिन जिस तरीके से सिराज ने गेंदबाजी की, वह इस सफलता का हकदार था. उसने सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया और फिनिश भी .''
दूसरे छोर पर प्रसिद्ध कृष्णा (126 रन पर चार विकेट) ने भी उनका साथ बखूबी निभाया और अंतत: इंग्लैंड की टीम 374 रन के लक्ष्य से दूर रह गई और भारत ने पांच मैच की सीरीज 2-2 से बराबर कर दी. इंग्लैंड के बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने सोमवार को पांचवें टेस्ट की अंतिम सुबह अपनी टीम के लिए एक आसान जीत की कल्पना की थी लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की साहसिक गेंदबाजी ने मेजबान टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.