- मोहम्मद शमी ने कहा कि मुस्लिम क्रिकेटरों को खास तौर पर निशाना बनाने वाली ट्रोलिंग पर वे ध्यान नहीं देते हैं.
- शमी ने बताया कि देश के लिए खेलते समय वे ट्रोलिंग और सोशल मीडिया की नकारात्मक टिप्पणियों से दूर रहते हैं.
- शमी ने संन्यास की अफवाहों का खंडन करते हुए कहा कि वे अभी भी घरेलू क्रिकेट खेलकर वापसी के लिए मेहनत कर रहे हैं.
Mohammed Shami: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने एक इंटरव्यू के दौरान कुछ ऐसे सवालो ंके जवाब दिए हैं जिसने फैन्स के बीच सुर्खियां बटोर ली है. एक इंटरव्यू में, शमी से पूछा गया कि "क्या मुस्लिम क्रिकेटरों को ज़्यादा 'निशाना' बनाया जाता है, कभी-कभी तो और भी ज़्यादा जब भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान से खेल रही होती है". इस सवाल पर शमी ने जो जवाब दिया उसने फैन्स का दिल जीत लिया. न्यूज़24 पर शमी ने बात करते हुए इस सवाल को लेकर रिएक्ट किया और कहा, "मैं इस तरह की ट्रोलिंग पर ध्यान नहीं देता. मुझे एक काम दिया गया है. मैं कोई मशीन नहीं हूं, अगर मैं साल भर कड़ी मेहनत करता रहूंगा, तो कभी असफल होऊंगा, कभी सफल, यह लोगों पर निर्भर करता है कि वे इसे कैसे लेना चाहते हैं. " (Mohammed shami on trolls)
शमी ने आगे कहा, "जब आप अपने देश के लिए खेलते हैं, तो आप ये सब बातें भूल जाते हैं. आपके लिए विकेट लेना और मैच जीतना ज़्यादा ज़रूरी हो जाता है, मैं ऐसे समय में सोशल मीडिया पर नहीं जाना चाहता..जहां आपको सकारात्मक और नकारात्मक, दोनों तरह की टिप्पणियां देखने को मिलती हैं. जब आप खेल रहे होते हैं, तो आपको ऐसी चीज़ों से दूर रहना चाहिए." (Mohammed Shami on India vs Pakistan Match)
भारतीय तेज गेंदबाज शमी ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "हम सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. ट्रोल्स को बस दो लाइन टाइप करनी होती हैं. सच्चे प्रशंसक ऐसी बातें कभी नहीं करेंगे. अगर आपको कोई आपत्ति है, तो उसे उठाएं, लेकिन सम्मानपूर्वक. अगर आपको लगता है कि आप मुझसे बेहतर कर सकते हैं, तो यहां आइए और कोशिश कीजिए.. यह हमेशा खुला है."
शमी ने संन्यास को लेकर भी दिया करार जवाब
शमी ने संन्यास की बातों के लेकर भी रिएक्ट किया और कहा है कि वह अभी भी वापसी के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं और इसके लिए वह घरेलू क्रिकेट खेलते रहेंगे. शमी ने कहा, "अगर किसी को दिक्कत है, तो मुझे बताइए, क्या मेरे संन्यास लेने से उनकी ज़िंदगी बेहतर हो जाएगी? बताइए, मैं किसकी ज़िंदगी का पत्थर बन गया हूं जो आप चाहते हैं कि मैं संन्यास ले लूं? "
शमी ने आगे कहा, "जिस दिन मैं बोर हो जाऊंगा, मैं खेल छोड़ दूंगा, आप मुझे न चुनें, लेकिन मैं कड़ी मेहनत करता रहूंगा. आप मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में न चुनें, मैं घरेलू क्रिकेट खेलूंगा. मैं कहीं न कहीं खेलता रहूंगा. ये फ़ैसले आपको तब लेने पड़ते हैं जब आप बोर होने लगते हैं. अभी मेरे लिए वो समय नहीं है."