Mohammed Azharuddin Name Removed From Hyderabad Stadium Stand: हाल ही में एचसीए के लोकपाल वी, ईश्वरैया की तरफ से एक आदेश जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि अजहरुद्दीन का नाम राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम के नॉर्थ पवेलियन से हटाया जाए. यह आदेश एचसीए के पूर्व प्रेसिडेंट मोहम्मद अजहरुद्दीन के खिलाफ लाया गया है. 19 अप्रैल को इस साल के पूर्व में एलसीसी (लॉर्ड्स क्रिकेट क्लब) की तरफ से दायर की गई शिकायत के खिलाफ आदेश पारित किया गया. एलसीसी हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के 226 एफिलिएटेड सदस्यों में से एक है.
क्या है वजह?
साल 2019 में मोहम्मद अजहरुद्दीन, हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रहते हुए 25 नवंबर को एपेक्स काउंसिल की एक मीटिंग बुलाई, जिसकी अध्यक्षता उन्होंने खुद की थी. इस बैठक में अजहरुद्दीन ने एक फैसला लिया, जिसमें नॉर्थ पवेलियन, जो कि वीवीएस लक्ष्मण पवेलियन के नाम से जाना जाता था. उसका नाम बदलकर मोहम्मद अजहरुद्दीन पवेलियन रखने का प्रस्ताव पास कर उसका नाम बदल दिया. इसके बाद शहर की एक क्रिकेट अकैडमी 'एलसीसी' ने इसी साल 28 फरवरी को इस फैसले के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. इसे क्लब द्वारा मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन का उल्लंघन और नियमों के खिलाफ बताया गया था. क्लब के अनुसार, एपेक्स का कोई भी सदस्य अपने पक्ष में फैसला नहीं ले सकता है.
अजहरुद्दीन का बयान
लोकपाल के इस आदेश पर 'द हिंदू' से बात करते हुए अजहरुद्दीन ने कहा. 'इसमें कोई हितों का टकराव नहीं है, और मैं लोकपाल के आदेशों के खिलाफ हाईकोर्ट जाऊंगा. मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. मैं इतना नीचे नहीं गिरना चाहता. इस संस्थान पर क्रिकेट जगत हंसेगी. 17 साल के करियर में 10 साल टीम की कप्तानी संभाली, वो भी सम्मान के साथ. हैदराबाद में क्रिकेटरों के साथ ऐसा होता है, जो दुखद है. हम कोर्ट का रास्ता अपनाएंगे, और कानून अपना फैसला सुनाएगा.'
एलसीसी ने इस निर्णय के बाद संतोष जताया और क्लब के अध्यक्ष सोमना मिश्रा ने अधिकारियों को निष्पक्ष और ईमानदार फैसला सुनाने के लिए धन्यवाद दिया.
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