क्रिकेट में किस चीज की हो गई है कमी, जिससे रोमांच होता जा रहा है खत्म? ट्रेस्कोथिक ने बताया

Marcus Trescothick Big Statement: इंग्लैंड के सहायक कोच मार्कस ट्रेस्कोथिक का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में क्रिकेट थोड़ा अधिक दोस्ताना हो गया है

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
Marcus Trescothick
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • इंग्लैंड के सहायक कोच मार्कस ट्रेस्कोथिक का मानना है कि फ्रेंचाइजी टूर्नामेंटों के कारण क्रिकेट अधिक दोस्ताना और प्रतिस्पर्धात्मक हो गया है.
  • ट्रेस्कोथिक ने कहा कि भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट में कड़ी प्रतिस्पर्धा खेल के लिए सकारात्मक और श्रृंखला के माहौल के लिए लाभकारी है.
  • तीसरे टेस्ट मैच के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच शाब्दिक जंग हुई लेकिन किसी भी तरह का तनाव या विवाद नहीं पैदा हुआ.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही? हमें बताएं।

Marcus Trescothick Big Statement: इंग्लैंड के सहायक कोच मार्कस ट्रेस्कोथिक का मानना है कि दुनिया भर में फ्रेंचाइजी टूर्नामेंटों के कारण क्रिकेट अधिक दोस्ताना हो गया है और लॉर्ड्स टेस्ट में भारत और मेजबान टीम के बीच चल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा खेल के लिए अच्छी है. भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच के दौरान दोनों टीम के खिलाड़ियों के बीच शाब्दिक जंग देखने को मिली लेकिन किसी तरह का तनाव पैदा नहीं हुआ और ट्रेस्कोथिक का मानना है कि यह खेल के लिए अच्छा है.

ट्रेस्कोथिक ने रविवार (13 जुलाई 2025) को चौथे दिन के खेल के बाद कहा, 'प्रतिस्पर्धी बने रहने से निश्चित रूप से स्थिति में मदद मिलती है. इससे श्रृंखला का माहौल अच्छा बनता है. पिछले कुछ वर्षों में क्रिकेट थोड़ा ज्यादा दोस्ताना हो गया है, क्योंकि खिलाड़ी दुनिया भर में फ्रैंचाइजी टूर्नामेंटों में एक साथ खेलते हैं. कभी-कभी खेल में कुछ नया करना अच्छा होता है.'

उन्होंने कहा, 'दोनों टीमें खेल को लेकर जुनूनी हैं और उनके बीच माहौल गर्म होना स्वाभाविक है. लेकिन दोनों टीमें जानती हैं कि एक सीमा है जिसे आप पार नहीं कर सकते और इसलिए श्रृंखला का माहौल अच्छा बना हुआ है.'

Advertisement

यह भी पढ़ें- Mohammed Siraj: मोहम्मद सिराज पर आईसीसी की गिरी गाज, इस हरकत के लिए लगाया जुर्माना

Advertisement

Featured Video Of The Day
Hyderabad News: हैदराबाद के एक घर में नर कंकाल मिलने से दहशत, कहानी भी होश उड़ा देगी
Topics mentioned in this article