इस समय पूरे क्रिकेट जगत में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो. रूट (Joe Root) के चर्चे हैं. अभी 34वां जन्मदिन मनाना बाकी है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में शनिवार को अपना 3वां शतक जड़ दिया. और वह भी खास अंदाज में! मतलब मैच की दोनों पारियों में शतक और वह भी लॉर्ड्स में. अब इससे खूबसूरत बात क्या होगी. वैसे कारनामा जो रूट ने किया है, लेकिन उन्होंने अपने कारनामे से करोड़ों भारतीय क्रिकेट फैंस को उस जख्म को हरा कर दिया, जो उसे करी 34 साल पहले मिला था. यह एक ऐसा "घाव" है, जिसकी चर्चा गाहे-बेगाहे पूर्व क्रिकेटर करते रहते हैं और जब भी यह करोड़ों भारतीय फैंस की स्मृति में आता है, तो उनका जायका खराब हो जाता है.
Joe Root: जो. रूट के अनगिनत कमाल, बल्लेबाज है यह बेमिसाल, डिटेल से जाने दिग्गज बल्लेबाज के कारनामे
कारनामा रूट का, जख्म हरे भारत के !
जो. रूट ने श्रीलंका के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ा, तो भारत को 34 साल पहले मिला जख्म इसलिए हरा हो गया क्योंकि यह इंग्लैंड के दिग्गज और पूर्व कप्तान ग्राह्म गूच ने दिया था. और उन्होंने भी यह जख्म लॉर्ड्स मैदान पर ही दिया था. अजहरुरद्दीन की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के पहले ही टेस्ट में ग्राह्म गूच ने दरअसल दोनों पारियों में शतक जड़े थे. पहली पारी में उन्होंने 333 रन बनाए थे, तो दूसरी में 123 रन. यह गूच का दिया जख्म ही था कि भारत को मैच में 247 रन से करारी हार मिली थी. और भारत का एक खिलाड़ी बड़ा विलेन बन गया, जिसकी चर्चा आज भी होती है.
गूच का जख्म, बड़ा विलेन बन गया यह भारतीय!
इंग्लिश कप्तान गूच अगर 333 रन नहीं बनाते, तो भारत को करारी हार भी नहीं मिलती, लेकिन अगर भारतीय विकेटकीपर किरन मोरे से बड़ी चूक नहीं हुई होती तो गूच सिर्फ 33 ही रन बना पाते. जी हां, जब गूच 33 रन के निजी योग पर थे, तो किरन मोरे ने बहुत ही आसान और सीधा कैच हाथों से गिरा दिया. और संभवत: यह क्रिकेट इतिहास का सबसे महंगा कैच साबित हुआ. पूरे 300 रन महंगा. और जिसके कारण भारत को 247 रन से हार झेलनी पड़ी, जो अभी भी बहुत सालती है.