टीम इंडिया के पूर्व पेसर जवागल श्रीनाथ (Javagal Srinath) अपने समय के दिग्गज पेसर रहे है. लेकिन पिछले दिनों भारत और इंग्लैड के बीच पुणे में खेले गए चौथे टी20 मुकाबले में श्रीनाथ से जाने-अनजाने एक गलती क्या हुई कि अब ICC ने उन्हें बड़ी सजा दी है. यह मैच हर्षित राणा (Harshit Rana) विवाद के कारण पूरे क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया था. दरअसल मैच में सिर पर चोट खाए शिवम दुबे (Shivam Dube) की जगह राणा को बतौर सब्स्टीट्यूट मैदान पर उतारा गया, तो इंग्लैंड की हार के बाद इसने विवाद का ऐसा रूप ले लिया कि यह एक मिसाल बन गया. इस विषय पर बहस छिड़ गई कि बल्लेबाज-कम-ऑलराउंडर की तुलना बॉलर-कम-ऑलराउंडर से कैसे हो सकती है? सभी ने इस फैसले के लिए ICC को बुरी तरह पानी पी-पीकर कोसा. हालांकि, किसी ने सार्वजनिक रूप से बोला कुछ नहीं, लेकिन मैच रैफरी जवागल श्रीनाथ जरूर सभी के निशाने पर आ गए.
ICC ने दी यह सजा
क्रिकेट की पैतृक संस्था ICC ने भी अप्रत्यक्ष रूप से श्रीनाथ की गलती मानते हुए इस पूर्व पेसर को सजा सुना दी है. आईसीसी ने शुक्रवार को चैंपियंस ट्रॉफी के लीग राउंड के लिए तमाम अधिकारियों सहित मैच रेफरी के नामों का भी ऐलान कर दिया है. लेकिन श्रीनाथ को इन मैचों से पूरी तरह बाहर रखा गया है.
यह दिग्गज निभाएंगे भूमिका
कराची में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच 19 फरवरी को खेले जाने वाले पहले मैच के लिए एंड्रयू पायक्राफ्ट, 20 को बांग्लादेश और भारत के मुकाबले के लिए डेविड बून मैच रेफरी होंगे. वहीं, 21 को कराची में अफगानिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के लिए रंजन मदुगले, 22 को लाहौर में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड मैच के लिए एंड्रयू पायक्राफ्ट मैच रेफरी होंगे. वहीं, बहुत प्रतीक्षित भारत-पाकिस्तान मैच में दुबई में काम की जिम्मेदारी डेविड बून को, 24 को रावलपिंडी में बांग्लादेश-न्यूजीलैंड मैच के लिए भूमिका रंजन मदुगले, 25 को रावलपिंडी में ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका के लिए जिम्मा पायक्रॉफ्ट के पास रहेगा. 26 फरवरी को लाहौर में अफनागिस्तान बनाम इंग्लैंड मैच में रंजन मदुगले, 27 को पाकिस्तान-बांग्लादेश मैच के लिए पॉल टाफेल, 28 को लाहौर में अफगानिस्तान-ऑस्ट्रेलिया मैच में एंड्रयू पायक्राफ्ट,1 मार्च को कराची में दक्षिण अफ्रीका-इंग्लैंड मैच में रंजन मदुगले और 2 मार्च को दुबई में भारत और न्यूजीलैंड में डेविड बून एक बार फिर से मैच रेफरी के रोल में होंगे. कुल मिलाकर किसी भी मैच में जवागल श्रीनाथ को मैच रेफरी की भूमिका दी गई है. और करोड़ों भारतीय फैंस तो यही मानकर चल रहे हैं कि कहीं न कहीं श्रीनाथ को ICC जाने-अनजाने में हुई गलती की सजा दी है.
अब इसकी भी उम्मीद नहीं लगती?
लीग राउंड में श्रीनाथ का नाम न होने के बाद करोड़ों भारतीय फैंस को लग रहा है कि अब लगता नहीं है कि पूर्व दिग्गज का नाम नॉकआउट मुकाबलों मे भी होगा? चर्चा हो रही है कि जब शुरुआती मैचों में ही श्रीनाथ आउट हैं, तो फिर बड़े मैचों में एकदम से कैसे उन्हें मैच रेफरी की भूमिका ICC दे देगी?