अब जबकि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हो गया है. और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल (IPL 2025) ने एक बार फिर से खिलाड़ियों को मंगलवार तक अपनी-अपनी टीम से जुड़ने के लिए कह दिया गया है, तो इसी बीच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए बहुत बड़ा झटका लग सकता है. आरसीबी को आगे के मैचों में अपने स्टार पेसर जोश हेजलवुड के बिना बाकी मैचों में मैदान में उतरना पड़ सकता है. ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पहले से ही कंधे की चोट से जूझ रहे थे. और वह 3 मई को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ आरसीबी के घरेलू मुकाबले से चूक गए थे. वहीं, 9 मई को टूर्नामेंट रोक दिए जाने से पहले उनके अगले मैच के लिए भी खेलना अनिश्चित था. और अब आईपीएल के लिए उनका भारत लौटना असंभव सा लग रहा है. हेजलवुड जिन्होंने इस साल की शुरुआत में साइड स्ट्रेन और पैर की समस्या सहित कई चोटों से उबरने के लिए कठोर पुनर्वास किया था, लय हासिल करने के लिए आईपीएल का उपयोग कर रहे थे.
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उनकी प्रगति के बावजूद, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से सतर्क रुख अपनाने की उम्मीद है. जून की शुरुआत में इंग्लैंड में होने वाले प्री-डब्ल्यूटीसी फाइनल कंडीशनिंग कैंप के साथ उनका टेस्ट टीम में शामिल होना लगभग तय है और आईपीएल में वापसी की कोई जरूरत नहीं है. वैसे वह एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर नहीं हैं, जिनकी आईपीएल में भागीदारी सवालों के घेरे में है.
पैट कमिंस और ट्रैविस हेड, जिनकी टीम सनराइजर्स हैदराबाद पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी हैय. ये खिलाड़ी 11 जून से लॉर्ड्स में शुरू होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल की तैयारी के लिए ऑस्ट्रेलिया में ही रहना पसंद कर सकते हैं. पांचवें स्थान पर काबिज दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल रहे मिशेल स्टार्क को टीम की प्रतिबद्धताओं और राष्ट्रीय कर्तव्य के बीच संतुलन बिठाने के लिए मुश्किल निर्णय का सामना करना पड़ सकता है.
अनिश्चितता को और बढ़ाने वाली बात यह है कि निलंबन के 24 घंटे के भीतर भारत से चले गए विदेशी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को वापस लाने की लॉजिस्टिक चुनौती है. न्यूजीलैंड के अधिकांश सदस्य पहले ही स्वदेश लौट चुके हैं, जबकि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका को अभी यह तय करना है कि उसके खिलाड़ी 25 मई की एनओसी की समयसीमा से आगे अपना प्रवास बढ़ा सकते हैं या नहीं. सीएसए बोर्ड से रविवार को इस पर विचार-विमर्श करने की उम्मीद है, जिसमें खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि होगी.
आरसीबी जैसी टीमों के लिए, इस व्यवधान ने जटिलताएं और उम्मीद दोनों ही जगाई हैं. कप्तान रजत पाटीदार, जिन्हें सीएसके के खिलाफ फील्डिंग करते समय उंगली में चोट लग गई थी, वह दो मैचों से बाहर हो गए थे. इस अनिर्धारित ब्रेक ने अब उन्हें ठीक होने के लिए एक मूल्यवान अवसर दिया है. आरसीबी उनके पुनर्वास का सावधानीपूर्वक प्रबंधन कर रही है, प्लेऑफ और संभावित रूप से आगामी इंडिया ए इंग्लैंड दौरे के लिए उनकी उपलब्धता पर नजर रख रही है.