Delhi vs Chennai, Qualifier 1: जारी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2021) में ऱविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए टूर्नामेंट के पहले क्वालीफायर मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने दिल्ली कैपिटल्स को चार विकेट से हराकर नौवीं बार इस लीग के फाइनल में प्रवेश कर लिया. जीत के लिए मिले 173 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई की शुरुआत खराब रही थी, जब उससे पहले ही ओवर में फैफ डु प्लेसी का विकेट सस्ते में गंवा दिया. लेकिन यहां से दूसरे छोर पर ओपनर ऋतुराज गायकवाड़ (70) और सबसे जरूरत के समय पर चमके रॉबिन उथप्पा (63) ने दूसरे विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी करके चेन्नई को मुकाबले में बनाए रखा.
लेकिन इसके बावजूद नियमित अंतराल पर विकेट गिरने के कारण मुकाबला फंसता हुई तब दिखायी पड़ा, जब चेन्नई को आखिरी ओवर में जीत के लिए 13 रन बनाए थे, लेकिन टॉम कुरैन की पहली ही गेंद पर मोईन अली आउट हो गए और लक्ष्य फाइनल में पहुंचने के लिए 5 गेंदों पर 13 रन हो गया.
यहां से कप्तान एमएस धोनी (नाबाद 18 रन, 6 गेंद, 3 चौके, 1 छक्का) ने अगली चार गेंदों के भीतर चार चौके लगाकर कोटे की दो गेंद और चार विकेट बाकी रहते हुए चेन्नई को आईपीएल के इतिहास में 9वीं बार फाइनल का दीदार करा दिया. इसी के साथ ही फिलहाल तो टीम ऋषभ पंत का सीधे फाइनल में पहुंचने का सपना फिलहाल एक मैच दूर चला गया. अब दिल्ली को फाइनल में पहुचंने के लिए इलीमिनेटर राउंड की विजेता टीम को मात देनी होगी.
इससे पहले शुरुआती सेशन में चेन्नई से न्योता पाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए उसके सामने फाइनल में पहुंचने के लिए 173 रनों का लक्ष्य रखा. शुरुआती पावर-प्ले के ओवरों में दो बड़े विकेट गिरने के बावजूद दिल्ली को पृथ्वी शॉ (60 रन) ने एक छोर पर अच्छा सहारा दिया, लेकिन जब जरूरत थी, तो वह टीम का साथ छोड़ गए. लेकिन फिर कप्तान ऋषभ पंत (नाबाद 51) और शिमरोन हेटमायर (37) ने पांचवें विकेट के लिए अच्छे 83 रन जोड़कर चेन्नई के बॉलरों को खासा दर्द दिया. दोनों के बल्ले से कुछ बेहतरीन स्ट्रोक निकले और दिल्ली कैपिटल्स कोटे के 20 ओवरों में 172 रन तक पहुंचने में कामयाब रहा. जोश हैजलवुड ने दो विकेट चटकाए, तो शार्दूल ठाकुर बहुत ही महंगे साबित हुए और उन्होंने 3 ओवरों में 36 रन खर्च कर डाले.
पावर-प्ले (शुरुआती 6 ओवर): उथप्पा ने सही समय पर दी पावर
चेन्नई की शुरुआत भी दिल्ली की तरह ही खराब रही, जब प्रचंड फॉर्म में चल रहे फैफ डु प्लेसी बिना खाता खोले ही पवेलियन वापस लौट गए. लेकिन यहां से जो कुछ हुआ, उसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था. शुरुआती छह ओवरों में चेन्नई को टॉनिक देने का काम किया पिछले दो मैचों में नाकाम रहे रॉबिन उथप्पा ने.
उथप्पा ने पावर-प्ले के आखिरी ओवर में निशाना बनाया आवेश खोना को. दो छक्के और दो चौकों से ओवर में 20 रन बटोरे, तो एकदम से तस्वीर ही बदल गयी. दूसरे छोर पर इससे पहले ऋतुराज ने भी बीच-बीच में बढ़िया शॉट लगाए. लेकिन आखिरी ओवर में एकदम गणित बदला, तो चेन्नई का स्कोर 1 विकेट पर एकदम से ही 59 रन हो गया. इसमें उथप्पा का योगदान 24 रन पर 40 रन का था, तो ऋतुराज का 10 गेंदों पर 16 रन का. चेन्नई को उथप्पा ने एकदम सही समय पर वह पावर दी, जिसकी उसे दरकार थी और बाद में उनकी यह पारी चेन्नई के फाइनल में पहुंचने की एक बड़ी वजह साबित हुई.
पावर-प्ले (शुरुआती 6 ओवर): यह पृथ्वी शॉ की पावर है!
क्वालीफायर मुकाबले में चेन्नई से पहले बैटिंग का न्योता पाने के बाद पावर-प्ले का पूरा आकर्षण पृथ्वी शॉ रहे. आदत के उलट शुरुआती गेंदों पर शॉ ने जरूरी धैर्य दिखाया, लेकिन दूसरा ओवर आते ही पृथ्वी शुरू हो गए. भले ही हैजलवुड के ओवर में छक्का और चौका बल्ले के टॉप ऐज से आए, लेकिन पृथ्वी ने अंदाज से बता दिया कि वह तो ऐसे ही बल्ला भांजेंगे. फिर परिणाम कुछ भी हो और परिणाम तो पावर-प्ले के ओवरों में पृथ्वी के बल्ले के पक्ष में ही गया. तीसरा ओवर लेकर दीपक चाहर आए, तो इस बार पृथ्वी ने ओवर में चार चौके जड़े. आखिरी गेंद पर कट के क्या कहने ! और जब बदलाव के तौर पर धोनी शार्दूल को पांचवें ओवर में लेकर आए, तो बेहतरीन पुल और सामने सिर के ऊपर से ओवर में दो छक्के जड़कर शॉ ने उनका स्वागत किया. पावर-प्ले में धवन और फिर श्रेयस अय्यर सस्ते में पवेलियन लौटे, लेकिन इसे पृथ्वी के बल्ला भांजने पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने शुरुआती छह ओवर खत्म होने के बाद दिल्ली कैपिटल्स को 2 विकेट पर 51 रन तक पहुंचा दिया. यह अच्छी शुरुआत थी, लेकिन दो बड़े विकेट लेकर टीम धोनी ने पावर-प्ले को संतुलन में फिफ्टी-फिफ्टी कर दिया. इस दौरान पृथ्वी के 19 गेंदों पर 43 रन थे.
चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है. चर्चाओं के उलट सुरेश रैना को इलेवन में नहीं लिया गया. चलिए दोनों टीमों की फाइनल XI पर गौर फरमा लें:
दिल्ली: 1. ऋषभ पंत (कप्तान) 2. पृथ्वी शॉ 3. शिखर धवन 4. श्रेयस अय्यर 5. टॉम कुरैन 6. शिमरोन हेटमायर 7. अक्षर पटेल 8. आर. अश्विन 9. कैगिसो रबाडा 10. एनरिच नॉर्जे 11. आवेश खान
1. एमएस धोनी (कप्तान) 2. फैफ डु प्लेसी 3. ऋतुराज गायकवाड़ 4. मोईन अली 5. अंबाती रायुडु 6. रॉबिन उथप्पा 7. ड्वेन ब्रावो 8. रवींद्र जडेजा 9. दीपक चाहर 10. शार्दूल ठाकुर 11. जोश हैजलवुड