"चार बार चोटिल हुए हैं, जानते हैं क्यों..." जसप्रीत बुमराह की इंजरी पर योगराज सिंह ने दिया चौंकाने वाला बयान

Yograj Singh on Jasprit Bumrah Injury: योगराज सिंह की मानें तो जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी जिम के कारण चोटिल हो रहे हैं. बता दें, बुमराह ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर चोटिल हुए थे, जिसके बाद से उन्होंने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है.

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Jasprit Bumrah: योगराज सिंह ने जसप्रीत बुमराह को लेकर बड़ी बात कही है.

Yograj Singh on Jasprit Bumrah Injury: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है. योगराज सिंह की मानें तो 'जिम जाना' जसप्रीत बुमराह की बार-बार चोटों के पीछे एक कारण हो सकता है. हाल ही में एक इंटरव्यू में योगराज ने कहा कि क्रिकेटरों को अपनी फिटनेस बरकरार रखने के लिए जिम जाने की जरूरत नहीं है बल्कि उन्हें अपना लचीलापन बढ़ाने पर काम करना चाहिए. बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के आखिरी मुकाबले के बाद से ही चर्चा का एक विषय बन गया है और बीसीसीआई ने यहां तक ​​स्पष्ट कर दिया है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ सभी पांच टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे. 

योगराज ने जिम जाने को बुमराह, शमी और पांड्या की चोट का कारण बताते हुए कहा कि क्रिकेटरों को 'बॉडीबिल्डिंग करने की जरूरत नहीं है.' योगराज ने कहा,"बुमराह चार बार चोटिल हुए हैं. आप जानते हैं क्यों? यही (जिम) कारण है. अन्य क्रिकेटर भी हैं. मोहम्मद शमी, हार्दिक पंड्या. आपको बॉडीबिल्डिंग करने की ज़रूरत नहीं है. पुराने दिनों में, वेस्ट इंडीज के माइकल होल्डिंग जैसे गेंदबाज, उस समय वे सभी लचीले थे. विव रिचर्ड्स 35 साल की उम्र तक जिम नहीं गए."

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योगराज ने बताया कि उनकी राय में क्रिकेटरों को 35-36 साल की उम्र में ही जिम जाना चाहिए और अगर वे अपने करियर की शुरुआत में जमकर जिम करना जारी रखेंगे तो उनकी मांसपेशियां सख्त हो सकती हैं. योगराज सिंह ने कहा,"मैं हैरान हूं कि क्रिकेटर जिम जाते हैं. जिम तब होता है जब आप 35-36 साल के होते हैं. अन्यथा, आपकी मांसपेशियां सख्त हो जाएंगी. लेकिन किसी को पता होना चाहिए कि वह क्या कर रहा है. आपकी मजबूती 36-37 साल की उम्र से शुरू होती है जब आप नीचे जा रहे होते हैं. तब मैं समझ सकता हूं कि जिम काम करेगा."

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योगराज ने आगे कहा,"लेकिन आज, युवा जिम जा रहे हैं. यही कारण है कि हमें चोटें लगती हैं. मैं कह सकता हूं कि लगभग 30-40 साल पहले, चोटें शून्य थीं. क्योंकि क्रिकेट में, आपको बहुत लचीले, जिमनास्ट जैसे शरीर की आवश्यकता होती है. शरीर के वजन के साथ पुल-अप्स, पुश-अप्स, सिट-अप्स और कोर (वर्क) जैसी चीजें करें. लेकिन कृपया, भगवान के लिए, क्रिकेटरों को जिम भेजना बंद करें."

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