- भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे सीरीज का निर्णायक मैच होगा जो विशाखापट्टनम में खेला जाएगा
- भारतीय टीम में नीतीश रेड्डी को वाशिंगटन सुंदर की जगह लेने की संभावना है जिससे लोअर मिडिल ऑर्डर मजबूत होगा
- साउथ अफ्रीका को टोनी डी ज़ोरज़ी और नंद्रे बर्गर की चोट के कारण रिकेल्टन या हरमन को शामिल करना पड़ सकता है
India vs South Africa 3rd ODI: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज का आखिरी मैच विशाखापट्टनम में खेला जाएगा. यह मैच दोनों टीमों के लिए अहम है. जो भी टीम यह मैच जीतेगी सीरीज उसके नाम होगा. भारत को पहले वनडे में 17 रन से जीत मिली थी तो वहीं, दूसरे वनडे में साउथ अफ्रीका ने इतिहास रचा था और 350 रन के टारगेट को हासिल कर धमाका कर दिया था. ऐसे में तीसरा वनडे मैच निर्णायक है. आजके मैच में दोनों टीमों की इलेवन में बदलाव की संभावना है.
भारतीय इलेवन में एक बदलाव के आसार
नीतीश कुमार रेड्डी या तिलक वर्मा: नीतीश के वाशिंगटन सुंदर की जगह लेने की संभावना है, और उनके शामिल होने से लोअर मिडिल ऑर्डर में नई एनर्जी आएगी. भारत चाहेगा कि वह गेंद के साथ-साथ फील्ड में भी योगदान दें क्योंकि यह हाई-प्रेशर वाला माहौल है. उन्होंने अब तक 2 मैच खेले हैं. इसके अलावा भारत वाशिंगटन सुंदर को विश्राम देकर उनकी जगह तिलक वर्मा को मध्यक्रम की बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए अंतिम एकादश में शामिल करने पर भी गंभीरता से विचार करेगा. ऋषभ पंत भी एक विकल्प हो सकते हैं लेकिन तिलक स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते हैं और वह बेहतरीन क्षेत्ररक्षक के भी हैं.
साउथ अफ्रीकी इलेवन में होगा बदलाव
बता दें कि साउथ अफ्रीकी टीम में पिछले गेम में टोनी डी ज़ोरज़ी और नंद्रे बर्गर के हैमस्ट्रिंग इंजरी की वजह से बाहर होने के बाद मेहमान टीम को कुछ बदलाव करने पड़ सकते हैं. ओटनील बार्टमैन के XI में वापस आने की उम्मीद है, लेकिन साउथ अफ्रीका को डी ज़ोरज़ी के रिप्लेसमेंट पर फैसला करना होगा. अगर वे अपना बैलेंस नहीं बिगाड़ना चाहते, तो रुबिन हरमन और रयान रिकेल्टन को मौका दिया जा सकता है.
रयान रिकेल्टन: रिकेल्टन के चोटिल टोनी डी ज़ोरज़ी की जगह लेने की उम्मीद है और पहले मैच में डक पर आउट होने के बाद इस अहम मैच में उपयोगी योगदान देने के लिए बेताब होंगे. रयान सॉलिड टेक्निक और अच्छी टाइमिंग लाते हैं, लेकिन पारी की शुरुआत में उन्हें कॉन्फिडेंस की ज़रूरत होगी.उन्होंने 16 मैच खेले हैं और एक सेंचुरी और एक फिफ्टी के साथ 454 रन बनाए हैं.
भारत संभावित इलेवन
यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, ऋतुराज गायकवाड़, वाशिंगटन सुंदर, केएल राहुल (कप्तान और विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, हर्षित राणा, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा
साउथ अफ्रीका संभावित प्लेइंग XI
क्विंटन डी कॉक (विकेट कीपर), एडेन मार्कराम, टेम्बा बावुमा (कप्तान), मैथ्यू ब्रीट्ज़के, रुबिन हरमन/ रयान रिकेल्टन, डेवाल्ड ब्रेविस, मार्को जेनसेन, कॉर्बिन बॉश, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, ओटनील बार्टमैन
पिच रिपोर्ट
विशाखापत्तनम में डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी ACA-VDCA इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की पिच आम तौर पर बैटर-फ्रेंडली होती है, जिसमें बराबर बाउंस और पेस होता है, जिससे मैच की शुरुआत में स्ट्रोक खेलने में मदद मिलती है. इस सरफेस पर 270 से ज़्यादा का टोटल कॉम्पिटिटिव माना जाता है. जैसे-जैसे मुकाबला आगे बढ़ता है, पिच धीमी होती जाती है, जिससे स्पिनर्स गेम में आ जाते हैं. उनकी एक्यूरेसी रन रेट को कंट्रोल करने की चाबी बन जाती है. ओस रात के मैचों पर असर डाल सकती है और लाइट्स में चेज़ करना आसान बना सकती है. जो टीमें पहले बैटिंग करती हैं, वे अक्सर विरोधी टीम पर प्रेशर बनाए रखने के लिए बड़ा टोटल बनाने की कोशिश करती हैं. कुल मिलाकर, पिच दोनों डिपार्टमेंट को सपोर्ट करती है, लेकिन शुरुआती ओवरों में बैटिंग का दबदबा रहता है.
प्रेडिक्शन – किसका पलड़ा भारी है
मुकाबला बराबरी का है. भारत को घरेलू मैदान पर खेलने का फ़ायदा है और उसकी बैटिंग यूनिट भी मज़बूत है, जबकि साउथ अफ़्रीका रिकॉर्ड चेज़ से मोमेंटम बनाए हुए है. गलती की गुंजाइश कम है, और दोनों टीमों की ओपनिंग पार्टनरशिप के आधार पर मैच तेज़ी से पलट सकता है.
IND vs SA तीसरे मैच में कौन-कौन से खिलाड़ी अहम हैं
विराट कोहली, रोहित शर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, एडेन मार्करम और डेवाल्ड ब्रेविस इस मैच में सबसे अहम बल्लेबाज हैं, मार्को जेनसन, कुलदीप यादव और लुंगी एनगिडी अलग-अलग मौकों पर अपने विकेट लेकर खेल को दिशा देते हैं.














