- जसप्रीत बुमराह ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दूसरे टेस्ट के चौथे दिन अंपायर के फैसले पर असंतोष जताया
- थर्ड अंपायर ने रिव्यू में स्पष्ट प्रमाण न मिलने के कारण जॉन कैंपबेल को नॉटआउट करार दिया
- बुमराह ने अंपायर से कहा कि वे जानते हैं यह आउट है लेकिन तकनीक इसे साबित नहीं कर पा रही
दिग्गज भारतीय पेसर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को शायद ही कभी अंपायर के किसी गलत फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते देखा गया हो. यहां तक कि स्टार भारतीय पेसर ने तभी भी मुस्कान नहीं छोड़ी, जब उनकी गेंदों पर कैच छोड़े गए. लेकिन दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के चौथे दिन जॉन कैंपबेल के एक फैसले पर जस्सी ने नाखुशी जाहिर की. दरअसल बुमराह ने कैंपबेल के खिलाफ जोरदार अपील की, लेकिन अंपायर को लगा कि बॉल ने बैट का अंदरुनी किनारा लिया. और फैसला बल्लेबाज के पक्ष में चला गया, लेकिन भारत के रिव्यू लेने पर थर्ड अंपायर ने पाया कि गेंद स्टंप्स से ही टकराती, लेकिन तीसरा अंपायर को रिव्यू में 'कॉन्क्लूसिव इविडेंस' (निर्णायक या स्पष्ट प्रमाण) नहीं मिला और कैंपबेल को नॉटआउट करार दिया गया.
'आप जानते हो'
कई बार और अलग-अलग कोण से रिप्ले देखने के बाद भी थर्ड अंपायर तय नहीं कर सके कि पैड पर लगने से पहले गेंद ने बल्ले का अंदरुनी किनारा लिया था या नहीं. नतीजा यह रहा कि फैसला मैदानी अंपायर के पाले में चला गया और उन्होंने कैंपबेल को नॉटआउट करार दिया. फैसला आने के बाद बुमराह रन-अप की ओर पलटे, तो अंपायर से यह कहने से नहीं चूके,'आप जानते हो कि यह आउट है, लेकिन तकनीक इसे साबित नहीं कर सकती.' बहरहाल, बॉलिंग एंड पर लगे स्टंप माइक ने बुमराह के इन शब्दों को 'लपक' लिया. यहां तक कि कमेंटेटर्स ने भी बुमराह के इन शब्दों को दोहराया.
कैंपबेल का यादगार शतक
हालांकि, बुमराह की इस अपील से बचने के कुछ ही देर बाद जॉन कैंपबेल ने शतक बनाया, लेकिन वह जल्द ही जडेजा का शिकार बन गए. कैंपेल को जडेजा ने एलबीडब्ल्यू आउट कर चलता किया. विंडीज के लिए शाई होप (103) ने भी शतक बनाया. और इन दो शतकों से विंडीज ने दूसरी पारी में 390 का स्कोर कर पहली पारी में 120 रन की बढ़त हासिल की. पहली पारी में 'पंजा' जड़ने वाले कुलदीप यादव और बुमराह ने दूसरी पारी में 3-3 विकेट लिए, तो सिराज 2 और जडेजा और सुंदर एक-एक विकेट लेने में सफल रहे.