- शुभमन गिल गुवाहाटी टेस्ट से पहले गले की चोट के कारण खेलने को लेकर अनिश्चितता में हैं
- गिल के नंबर 4 की जगह पर संभावित विकल्पों में सुदर्शन, पडिक्कल और नीतीश शामिल हैं लेकिन चयन स्पष्ट नहीं है
- कोलकाता टेस्ट में सुंदर को नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया था
गुवाहाटी में 22 नवंबर से होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले कप्तान शुभमन गिल नेक ब्रेस या नेक कॉलर (गले की पट्टी के साथ कोलकाता एयरपोर्ट पर दिखाई दिये. उन्हें पीछे से पुकारती (संभवत: कैमरापर्सन की) आवाज भी सुनाई दी, गिल.' क्रिकेट फैंस के लिए ये तस्वीर टीम इंडिया की कोलकाता में मिली हार से कम दर्दनाक नहीं. गिल टीम इंडिया के साथ गुवाहाटी जरूर गये हैं लेकिन कोलकाता की हार के बाद अभी ये नहीं तय हो सका है कि वो दूसरा टेस्ट खेल पायेंगे या नहीं. इसके साथ ही टीम इंडिया के सामने कम से कम पांच बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गयी हैं.
गिल के बदले किसे मिल सकती है प्लेइंग XI में जगह?
पिछले इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल ने नंबर 4 पर शानदार तरीके से टीम की कमान संभाली. इंग्लैंड दौरे पर गिल ने 75 से ज्यादा की औसत से 4 शतकीय पारियों के साथ 754 रन बनाए और तभी ये दौरा भारत के लिए कामयाब साबित हुआ.
टेस्ट में नंबर 4 पोजीशन की अहमियत मौजूदा दौर में शायद सबसे ज्यादा होती है. गिल ने नंबर 4 पर विराट कोहली की कमी इंग्लैंड में महसूस नहीं होने दी. अब अगर गिल दूसरा टेस्ट नहीं ही खेल पाएं तो भारत के सामने क्या विकल्प हो सकते हैं?
गिल के बदले गुवाहाटी टेस्ट में नंबर 4 पर बीसाई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, सरफराज खान या नीतीश रेड्डी जैसे बैटर्स में किसे जगह मिलती है ये कह पाना मुश्किल है. वैसे टीम मैनेजमेंट नंबर 4 के लिए इन्हें या शायद इससे भी बाहर कई विकल्पों को जरूर तौल रही होगी.
नंबर 3 और नंबर 4 का सवाल
कोलकाता में कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल के साथ टीम मैनेजमेंट ने नंबर 3 पर वाशिंगटन सुंदर को उतारा जिन्होंने टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा 29 और 31 रन बनाए और सबसे ज्यादा 122 और 122 गेंदों का सामना किया. लेकिन वाशिंगटन ऑलराउंडर के बजाए खालिस बैटर की तरह मैच खेले. पूरे मैच में उन्हें सिर्फ 1 ओवर गेंदबाजी करने का मौका मिला. क्या टीम मैनेजमेंट उन्हें आगे भी इसी रोल में देखता है, ये सवाल बरकरार है?
अगर गिल गुवाहाटी टेस्ट नहीं खेल पाते हैं तो उनका विकल्प ढूंढना टीम इंडिया के लिए सिरदर्द की सबसे बड़ी वजह साबित हो सकता है. गुवाहाटी में नंबर 4 सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, सरफराज खान या नीतीश रेड्डी जैसे बैटर्स में किसे जगह मिलती है ये कह पाना मुश्किल है.
लेफ्टी या राइट हैंड बैटर का विकल्प
कोलकाता में टेस्ट इतिहास में पहली बार 6 भारतीय बांये हाथ के बैटर्स (यशस्वी जायसवाल, वाशिंगटन सुंदर, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव ) ने प्लेइंग XI में जगह बनाई.
कोलकाता में प्रियोरिया के 6 फुट 1 इंच के दांये हाथ के ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने दोनों पारियों में सिर्फ 51 रन देकर 4-4 विकेट झटके (4/30 और 4/21) और प्लेयर ऑफ द मैच बन गये. हार्मर ने 8 में से 6 शिकार भारत के बांये हाथ के बल्लेबाजों के किये.
अब गुवाहाटी में टीम में बदलाव करते वक्त खासकर नंबर 4 को चुनते वक्त लेफ्टी या राइट हैंड बैटर को चुनना भी एक बड़ा सवाल बन गया है. बीसाई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, सरफराज खान या नीतीश रेड्डी जैसे बैटर्स के नाम को लेकर क्रिकेट सर्किट में तमाम अटकलबाजियां हो रही हैं.
गुवाहाटी में कैसी होगी पिच- रैंक टर्नर या पेसर की मददगार
गुवाहाटी का बरसापारा स्टेडियम पहली बार टेस्ट क्रिकेट का गवाह बनेगा. इसलिए हर स्कोर और विकेट यहां रिकॉर्ड की शक्ल में नजर आयेंगे.
लेकिन कोलकाता में रैंक टर्नर मांगकर गंभीर हाथ जला चुके हैं. ऐसे में गुवाहाटी की लाल मिट्टी के पिच पर बाताया जा रहा है कि तीसरे चौथे दिन से स्पिनर्स को भी मदद मिलेगी. उम्मीद की जानी चाहिए कि गंभीर एंड कंपनी जल्दी मैच खत्म करने बजाए जीत के नतीजे के लिए एक
बैलेंस्ड पिच की मांग करेगी.
गुवाहाटी में मैच के दिनों मौसम धूप में खिला-खिला और बहुत कम बारिश की उम्मीद के साथ पेश आयेगा. इसलिए क्रिकेट फैंस क्लासिक क्रिकेट की उम्मीद कर सकते हैं.
बल्लेबाजों के टेम्परामेंट का टेस्ट
गुवाहाटी में पिच को लेकर सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली, चेतेश्वर पुजारा से लेकर हरभजन सिंह और मो. कैफ तक ने अपनी अलग-अलग राय दी. लेकिन एक बात पर सभी कायम रहे कि बल्लेबाजों ने अपने स्तर का प्रदर्शन नहीं किया, वरना 124 का लक्ष्य इतना भी मुश्किल नहीं था.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट्स टेबल में भारत 57.17 फीसदी अंकों के साथ चौथे नंबर पर है और द.अफ़्रीका के खिलाफ हार से उसके फाइनल में पहुंचने के प्लान को धक्का लगा है. ऑस्ट्रेलिया 100 फीसदी अंकों के साथ पहले, मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन दक्षिण अफ्रीका 66.67 फीसदी अंकों के साथ दूसरे और श्रीलंका इतने ही अंकों के साथ तीसरे नंबर पर है.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में बने रहने के लिए मेजबान टीम एक और मैच हारकर अंक गंवाने का खतरा नहीं मोल ले सकती.
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