- साउथ अफ्रीका ने दूसरे टी20 मैच में क्विंटन डिकॉक की अर्धशतकीय पारी से भारत को 51 रन से हराकर सीरीज बराबर कर ली
- भारत ने खराब रणनीति के कारण बल्लेबाजी क्रम में बार-बार बदलाव किया जो हार का मुख्य कारण बना है
- शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया गया है लेकिन उनके पिछले 14 टी20 मैचों में प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है
IND vs SA, 2nd T20I: साउथ अफ्रीका ने विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक (90 रन) की धमाकेदार अर्धशतकीय पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर बृहस्पतिवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत को 51 रन से हराकर पांच मैच की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली. अब तीसरा टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 14 दिसंबर को धर्मशाला में खेला जाएगा. इस हार ने एक बार फिर टीम इंडिया की रणनीति की पोल खोल दी है. भारतीय टीम हर एक मैच के बाद खराब रणनीति का शिकार हो रही है. इसका ताजा उदाहरण दूसरे टी-20 मैच में देखने को मिला, जब भारत के एक विकेट जल्दी से गिरे तो नंबर 3 पर सूर्या को नहीं बल्कि अक्षर पटेल को बल्लेबाजी के लिए भेजा गया.
हर दूसरे मैच के बाद बल्लेबाजी के क्रम में बदलाव भारत की हार का भी एक अहम कारण बन रहा है. लेकिन दूसरी ओर कप्तान सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी पूरी तरह से फ्लॉप हो रही है. जिसने कहीं न कहीं यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर टीम इंडिया में हो क्या रहा है. ऐसे में जानते हैं उन असली कारणों के बारे में जिससे भारतीय टीम को अपने ही घर में इस तरह से हार मिल रही है.
संजू सैमसन की जगह शुभमन गिल को इलेवन में रखना, कहां तक सही है?
शुभमन गिल के पिछले 14 T20I स्कोर: 20, 10, 5, 47, 29, 4, 12, 37, 5, 15, 46, 29*, 4, 0 रन रहे हैं, उन्होंने इस दौरान 263 रन, 23.90 की औसत के साथ बनाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट 142.93 का रहा है. इन औसत आंकड़े के बाद भी गिल को उपकप्तान के तौर पर टीम में शामिल किया गया है. जब से उन्हें यह रोल मिला है, उन्होंने सच में ऐसा कुछ बड़ी नहीं खेली है जिससे यह माना जाए को गिल "फर्स्ट-चॉइस ओपनर" हैं.
शुभमन गिल का परफॉर्मेंस
- एशिया कप, फेल
- ऑस्ट्रेलिया सीरीज़, फेल
- Vs साउथ अफ्रीका: पहला गेम 4
- Vs साउथ अफ्रीका दूसरा गेम 0.
- Vs 20 पारी बिना 50 के
तो अब सवाल उठता है कि आखिर गिल को लगातार क्यों मौका मिल रहा है. जबकि आपके पास संजू सैमसन जैसे बेहतरीन टी-20 बल्लेबाज हैं. सैमसन एक विकेटकीपर के तौर पर भी बेहतरीन है . गिल जिस तरह से दूसरे टी-20 में आउट हुए उसे देखकर यकीनन ऐसा प्रतित हो रहा है कि वह अभी T20I के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है, तो उसे ओवरलोड क्यों किया जाए?
सूर्यकुमार यादव को लेकर क्या है प्लान ?
टी-20 वर्ल्ड कप फरवरी में है और उससे पहले कप्तान सूर्या का खराब र्फॉर्म टेंशन दे रहा है. इस बार का टी-20 वर्ल्ड कप भारत में हैं. यानी इस बार हर हाल में भारतीय टीम को बेहतर खेल दिखाना होगा. लेकिन जिस फॉर्म में सूर्या हैं उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि यह बल्लेबाज अब टीम इंडिया के लिए बोझ बनते जा रहे हैं.
सूर्यकुमार यादव का परफॉर्मेंस
- सूर्यकुमार यादव 20 पारी से लगातार कोई भी पचासा नहीं ठोक पाए हैं.
- उन 20 पारी में सिर्फ दो बार 30+ स्कोर बनाया.
- इस दौरान 3 बार डक पर आउट हुए.
टीम की रणनीति और कोच गौतम गंभीर पर सवाल ?
34 साल की उम्र में हार्दिक पंड्या से पहले सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनाया गया. श्रेयस अय्यर की जगह शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाया गया. इसके बाद संजू सैमसन को ओपनिंग स्लॉट से हटा दिया गया, मिडिल ऑर्डर में फेल हुए और फिर प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया गया. यही नहीं अब विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर जितेश शर्मा को मौका दिया जा रहा है. इसका मतलब यह है कि संजू अब टी-20 वर्ल्ड कप की टीम की रणनीति का हिस्सा नही हैं. बल्लेबाजी क्रम में लगातार बदलाव, तिलक वर्मा किस नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे. यह उन्हें भी नहीं पता होता है. रिंकू सिंह हुए स्क्वाड में क्यों नहीं हैं. क्या मोहम्मद सिराज अब टीम इंडिया के टी-20 टीम में नहीं खेल पाएंगे.
तो क्या अब इन सारे सवालों का जवाब तीसरे टी-20 में मिल पाएगा या फिर हम तैयार रहें फिर किसी फेरबदल को लेकर...














