India vs South Africa 2nd Test: टीम गंभीर (Gautam Gambhir) के पास समय कम है, चुनौतियां खासी बड़ी हैं. ईडेन गॉर्डन में स्पिनरों के सामने हुए बुरे हाल के बाद अब भारतीय कोचिंग स्टॉफ दूसरे टेस्ट से पहले बचे करीब तीन दिन के भीतर बल्लेबाजों की हर संभव मदद करने की कोशिश कर रहा है. पिछले मैच में स्पिनरों के सामने संघर्ष को देखते हुए साई सुदर्शन (Sai Sudharsan) और ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने सोमवार को यहां स्पिनरों के सामने एक पैड पहन कर लगभग तीन घंटे तक जमकर अभ्यास किया. यह वैकल्पिक अभ्यास सत्र था जिसमें बाएं हाथ के बल्लेबाज सुदर्शन ने अपने दाहिने पांव के पैड को निकाल कर अभ्यास किया. सुदर्शन यहां खेले गए पहले टेस्ट मैच में अंतिम एकादश में शामिल नहीं थे और इसकी भी कोई गारंटी नहीं है कि उन्हें गुवाहाटी में मौका मिलेगा.
बाएं हाथ के स्पिनरों और ऑफ स्पिनरों के सामने अपने अगले पैर में पैड के बिना बल्लेबाजी करने का मतलब था कि उन्हें पिंडली या किसी भी खुले हिस्से पर चोट लगने से बचने के बारे में विशेष रूप से सतर्क रहना पड़ता है. यह बल्लेबाजी अभ्यास की पुरानी पद्धति है. इसमें कोच इस बात पर जोर देते हैं कि बल्लेबाज गेंद को रोकने के लिए अपने फ्रंट पैड की बजाय अपने बल्ले का अधिक उपयोग करें.
इस तरह के अभ्यास के पीछे एक और कारण यह है कि भारत के बाएं हाथ के बल्लेबाजों में बैकफुट पर जाने की प्रवृत्ति है. इस तरह के अभ्यास से उन्हें स्पिनरों को आगे बढ़कर खेलने में मदद मिलती है. सुदर्शन की तरह जुरेल ने भी एक पैड निकाल कर अभ्यास किया,वह पहले टेस्ट मैच में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेले थे, लेकिन अपेक्षित प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे. टीम प्रबंधन उन्हें गुवाहाटी में भी इसी भूमिका में अंतिम एकादश में रख सकता है.
वैकल्पिक सत्र के दौरान मुख्य कोच गौतम गंभीर ने सुदर्शन पर कड़ी नजर रखी, जो शुभमन गिल की जगह लेने के दावेदारों में से एक हैं. भारतीय कप्तान को गर्दन में ऐंठन के कारण दूसरे टेस्ट से बाहर बैठना पड़ सकता है. इन दोनों बल्लेबाजों में तेज गेंदबाजों के सामने भी अभ्यास किया लेकिन वह उनके सामने सहज नजर नहीं आएआकाशदीप की गेंद कई बार उनके बल्ले का किनारा लेकर गई और यहां तक कि नेट गेंदबाजों ने भी उन्हें मूवमेंट से परेशान किया.














