IND vs NZ 1st Test: पदार्पण टेस्ट की पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में अर्धशतक जमाकतर श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने अपने करियर की शानदार शुरूआत की है. बता दें कि कानपुर टेस्ट मैच की दोनों पारियों में श्रेयस अय्यर ने उस समय मोर्चा संभाला जब भारतीय पारी संकट में थी. पहली पारी में अय्यर ने 105 रन बनाए तो वहीं दूसरी पारी में 65 रन की शानदार पारी खेली. खासकर दूसरी पारी में एक समय भारत का स्कोर 5 विकेट पर 51 रन था, इसके बाद अय्यर ने साहा के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला और एक लड़ने वाले स्कोर तक ले जाने में अहम भूमिका निभाई. चौथे दिन के खेल के बाद अय्यर ने कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के साथ हुई बातचीत को लेकर खुलासा किया और कहा कि उन्होंने मुझे क्रीज पर डटकर खेलने के लिए मोटीवेट किया.
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अय्यर ने कहा कि, 'अंत में हमें मैच जीतना होगा और यह मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात होगी. राहुल सर ने कहा कि मुझे जितना हो सके क्रीज पर बने रहना होगा और स्कोर को बढ़ाना है. मानसिकता सत्र खेलने और अधिक से अधिक गेंदों को खेलने की थी, मैं बहुत आगे की नहीं सोच रहा था, बस वर्तमान पर ध्यान दे रहा था.'
अय्यर ने आघे कहा कि, 'सच कहूं तो विकेट पर कुछ खास नहीं हो रहा था, हमें अच्छे स्कोर तक तक पहुंचने की जरूरत थी, शायद 275-280 के आसपास. हमें अपने स्पिनरों पर विश्वास करना होगा और पता होना चाहिए कि वे अंतिम दिन वास्तव में उन्हें दबाव में ला सकते हैं, अय्यर ने कहा कि उन्हें लगता था कि 250 रन का पीछा इस मैदान पर करना मुश्किल होगा.'
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अपनी संघर्षभरी पारी को लेकर भी अय्यर ने बात की और कहा कि वह पहले भी ऐसी परिस्थिति में बल्लेबाजी कर चुके हैं. "मैं पहले भी इन स्थितियों में रहा हूं, लेकिन भारतीय टीम के साथ नहीं, मैं रणजी खेलों में ऐसा करता था. विचार सत्र दर सत्र खेलने का रहता है. मुझे पता था कि मैं शतक और अर्धशतक बनाने वाला पहला भारतीय हूं.
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