Harshit Rana: शुक्रवार को पुणे में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए चौथे टी20 (Ind vs Eng 4th T20I) मैच में टीम इंडिया को सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त दिलाने में सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी हर्षित राणा (Harshit Rana did magic) ने बहत ही अहम भूमिका निभाई, लेकिन भारत की जीत के बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा है. निश्चित तौर पर यह मुददा आईसीसी (ICC) तक पहुंचेगा ही पहुंचेगा. हर्षित को XI में खिलाने पर इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर (Jos Buttler) और पूर्व क्रिकेट केविन पीटरसन तो नाखुश दिखाई ही पड़े, वहीं आकाश चोपड़ा ने भी इस फैसले पर सवाल खड़ा कर दिया है.
इस वजह से मचा है हर्षित पर शोर
दरअसल ICC के नियमों के अनुसार किसी खिलाड़ी के कन्कशन (सिर में चोट) के बाद इलेवन में "Like-for-Like (लाइक फॉर लाइक)" खिलाड़ी को टीम में शामिल किया जा सकता है. लेकिन यही बात तमाम दिग्गजों के गले नहीं उतर रही है. कप्तान बटलर सहित आकाश चोपड़ा तक का भी यही मानना है कि हर्षित राणा प्लेयर ऑफ द मैच बने शिवम दुबे (Shivam Dube) के "लाइक-फॉर लाइक" नहीं हैं.
अंग्रेजों की नाराजगी जायज है!
आप इसे ऐसे समझिए कि जहां शिवम दुबे बैटिंग-ऑलराउंडर हैं, तो वहीं तीन विकेट चटकाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले हर्षित राणा बॉलिंग ऑलराउंडर हैं. मतलब, फिट होने की सूरत में अगर दुबे मैदान पर उतरते, तो यह भी साफ नहीं है कि वह पूरा कोटा करते भी या नहीं करते. बहरहाल, इससे ऊपर अहम बात यह है कि शिवम दुबे हर्षित राणा से बेहतर गेंदबाज नहीं हैं. हर्षित राणा ने तो शुक्रवार को 150 किमी/घंटा की रफ्तार से भी एक गेंद फेंक डाली. जाहिर है कि ये दोनों "लाइक-फॉर-लाइक" नहीं हैं. ऐसे में आकाश चोपड़ा का सवाल भी पूरी तरह से सही और अंग्रेजों की नाराजगी भी. अब ICC आगे इस घटना को कैसे लेती है, यह देखने की बात होगी.
इंग्लैंड के पूर्व दिग्गजों ने उठाए सवाल
माइकल वॉन ने X पर लिखा, "कोई पूरी तरह गेंदबाज उस बल्लेबाज को कैसे रिप्लेस कर सकता है, जो पार्टटाइम गेंदबाजी करता है"