Ind vs Eng 2nd Test: शुभमन गिल बाल-बाल बच गए, हेड कोच राहुल द्रविड़ ने दे डाली थी यह वॉर्निंग

Shubman Gill: गिल पिछली करीब 12-13 पारियों में एक अर्द्धशतक तक के लिए तरस गए थे. और इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती तीन पारियों में नाकामी के बाद तो पंडितों ने उनके नंबर तीन पर खेलने की काबिलियत पर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए थे.

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Shubman Gill: शुबमन गिल ने दूसरी पारी में भारत के लिए अहम शतक बनाया
नई दिल्ली:

Shubman Gill: इसमें दो राय नहीं कि विशाखाट्टनम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में तीसरे दिन के खेल के बाद मेजबान ड्राइविंग सीट पर हैं. और यह भी दो सौ फीसद सही है कि अगर टीम रोहित इंग्लैंड के सामने 399 रनों का टारगेट खड़ा करने में सफल रही, तो उसमें सबसे बड़ा योगदान शुभमन गिल (Shubman Gill) का रहा, जिन्होंने शतक जड़कर किसी तरह खुद को 'डूबने' से बचा लिया. तीसरे दिन गिल ने 147 गेंदों पर 11 चौकों और 2 छक्कों से 104 रन बनाए. हालांकि, बहुत ही घटिया शॉट खेलने पर गिल को पिता की आलोचना का सामना करना पड़ा है, लेकिन कुल मिलाकर गिल के लिए यह शतक बहुत ही बड़ी राहत बनकर आया है. गिल पिछली करीब 12-13 पारियों में एक अर्द्धशतक तक के लिए तरस गए थे. और इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती तीन पारियों में नाकामी के बाद तो पंडितों ने उनके नंबर तीन पर खेलने की काबिलियत पर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए थे. बात यहां तक पहुंच गई थी कि एक और नाकामी पर हेड कोच राहुल द्रविड़ ने इस बल्लेबाज को वॉर्निंग दे डाली थी. 

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दरअसल दूसरे टेस्ट से पहले राहुल द्रविड़ ने गिल को साफ-साफ बता दिया था कि अगर वह इस मैच में नाकाम रहते हैं, तो उन्हें फिर रणजी ट्रॉफी में खेलना होगा. मतलब साफ था कि अगर गिल विशाखापट्टम में दूसरी पारी में नाकाम हो जाते, तो अगले टेस्ट मैच के लिए उनका टीम में चयन नहीं होना था, लेकिन इस संदर्भ में  'डूबने' की कगार पर खड़े गिल ने बिल्कुल सही समय पर शतक जड़कर द्रविड़ की वॉर्निंग को पूरी तरह से काट दिया. गिल ने द्रविड़ की इस चेतावनी के बारे में अपने परिवार और राज्य क्रिकेट एसोसिशन को भी सूचित कर दिया था. 

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एक अग्रणी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार हैदराबाद में खाता न खोल पाने के बाद द्रविड़ ने उन्हें साफ-साफ चेतावनी देते हुए आगे के प्लान के बारे में सूचित कर दिया था. गिल को प्रबंधन ने बता दिया था कि अब जबकि तीन टेस्ट मैचों के लिए टीम का ऐलान होना है, तो दूसरा टेस्ट उनके लिए आखिरी मौका है. इसके बाद गिल ने इस वॉर्निंग को चुनौती के रूप में लिया. लेकिन इससे पहले गिल ने परिवार को सूचित कर दिया था, 'मैं मोहाली में गुजरात के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेलूंगा.'

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निश्चित तौर पर गिल के लिए यह शतक करियर में टर्निंग प्वाइंट इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि इलेवन में जगह के लिए जबर्दस्त मारामारी चल रही है. नियमित खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण बाहर होने के बावजूद सरफराज खान को मौका नहीं मिल पा रहा है. लेकिन पहली पारी में 34 और इससे मिले कॉन्फिडेंस के बाद दूसरी पारी में 104 रन के बाद फिलहाल यह कहा जा सकता है कि उनका संकट कम से कम इस सीरीज के लिए दूर हो गया है, लेकिन समस्या खत्म नहीं होने जा रही. यहां से गिल को अपने प्रदर्शन में नियमितता पर काम करना होगा क्योंकि अगर फिर से ऐसे हालात हुए, तो उनके लिए मुश्किल हो जाएगी.  

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