चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) में वीरवार को अगर बांग्लादेश इस बड़े स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहा, तो उसकी बड़ी भारतीय विकेटकीपर केएल राहुल (KL Rahul) रहे, जिन्होंने बांग्लादेशी बल्लेबाजों की पूरी-पूरी मदद की. केएल राहुल ने एक बहुत ही आसान स्टंप छोड़ा, तो एक कैच भी टपकाया. कौन जानता है कि अगर केएल स्टंप कर देते, तो 39 रनों पर 5 विकेट गंवाने वाले बांग्लादेश का छठा विकेट 84 पर ही गिर जाता. कौन जानता है कि बांग्लादेश 100-125 के आस-पास ही सिमट जाता. बहरहाल इस के मैच में केएल राहुल ने बहुत ही खराब विकेटकीपिंग की है. वास्तव में केएल राहुल साल 2020 के बाद से विकेट के पीछे सबसे ज्यादा मौके चूकने वाले बल्लेबाज हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि वह आखिर प्रबंधन पहली पसंद विकेटकीपर क्यों बने हुए हैं?
आंकड़े बेहाल, उठ रहा बड़ा सवाल?
साल 2020 के बाद से केएल राहुल ने स्टंप्स के पीछे 23 मौके गंवाए हैं, तो इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स कैरी (16) का दूसरा नंबर है. पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान (16) के आंकड़े के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं, तो ऋषभ पंत इस समयावधि में 12 मौके गंवाकर नंबर तीन पर हैं.
पहली पसंद जब ऋषभ थे, तो...?
चैंपियंस ट्रॉफी टीम सेलेक्शन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर ने साफ-साफ कहा था कि ऋषभ पंत पहली पसंद विकेटकीपर हैं. लेकिन दुबई में पहले मैच की XI बताने के लिए साफ है कि इस मामले पर कुछ दिन पहले ही अगरकर और गंभीर के बीच मदभेद की जो खबरें आई थीं, वे पूरी तरह सही थीं?
बैटिंग में भी मिला भाग्य का साथ
वास्तव में केएल राहुल नौ के निजी योग पर ही आउट हो गए थे. तस्कीन के खिलाफ केएल ने एक स्लॉग हिट लगाने की कोशिश की और डीप स्कवॉयर लेग पर खड़े जाकेर ने एक बहुत ही आसान कैच टपका दिया. इतनी ही नहीं, केएल बाद में अच्छी-खासी दूरी से रन आउट होने से बाल-बाल बच गए, जब फील्डर का निशाना स्टंप पर नहीं लगा. जाहिर है कि केएल को मैदान पर तो किसी का साथ मिल ही रहा है, तो भाग्य भी उनकी खासी मदद कर रहा है.