बांग्लादेश के खिलाफ रविवार को ग्वालियर के न्यू माधवराव सिंधिया स्टेडियम में जिसने भी लंबे समय बाद टीम इंडिया में वापसी करने वाले वाले वरुण चक्रवर्ती की गेंदों की धार देखी, उसे देखकर सबके मुंह से एक बार को यही निकला कि अब तो कुछ समय के लिए युजवेंद्र चहल के लिए भी मुश्किल है, तो रवि बिश्नोई के लिए भी. जिस बेहतरीन गुगली से गच्चा देते हुए वरुण ने बांग्लादेशी जाकिर अली को बोल्ड किया, वह बहुत कुछ कहने और बताने के लिए काफी था. कुल मिलाकर वरुण ने करीब तीन साल बाद बेहतरीन वापसी करते हुए कोटे के चार ओवरों में 31 रन देकर 3 विकेट चटकाए.
लेफ्टी पेसर खलील अहमद हैं अव्वल
कोई भी खिलाड़ी नहीं चाहेगा कि उसके देश के लिए आखिरी बार खेलने और इसके बाद 104 मैचों का अंतराल जा जाए. ऐसा भारतीय लेफ्टी पेसर खलील अहमद के साथ हुआ है. इस अनचाहे रिकॉर्ड में वह शीर्ष पर हैं, जिन्होंने भारत के लिए साल 2019 में वापसी से पहले आखिरी टी20 मैच भारत के लिए खेला. और इसके बाद वह साल 2024 में टीम इंडिया के लिए खेले. निश्चित तौर पर यह प्रतिबद्धता और समपर्ण के बारे में बताता है, लेकिन यह कोई भी खिलाड़ी नहीं चाहेगा कि गैप इतना ज्यादा लंबा हो.
इतना लंबा इंतजार हो गया वरुण का
वरुण ने भारत के लिए आखिरी टी20 मुकाबला साल 2021 में खेला था. इसके बाद वह चोटिल हुए, तो फिटनेस से लेकर तमाम हालात भी बदल गए, टीम इंडिया की "तस्वीर" बदल गई. अब वरुण जब तीन साल बाद टीम में वापस लौटे, तो उन्होंने तीन विकेट ही नहीं चटकाए, बल्कि फिटनेस और गेंदों की धार दोनों का प्रदर्शन किया. इन पिछले तीन सालों में 86 मैचों का अंतर आ गया और वह इस अनचाहे रिकॉर्ड के मामले में दूसरे नंबर पर आ गए. वहीं, टी20 में भारत के लिए इस मामले में संजू सैमसन (73 मैच) तीसरे और शिवम दुबे (70) चौथे नंबर पर हैं.
(जारी है..)