- वरुण एरोन ने पर्थ वनडे में हार के बाद भारत की प्लेइंग इलेवन में कुलदीप यादव को शामिल करने की मांग की है.
- वरुण के अनुसार कुलदीप की स्पिन गेंदबाजी टीम को आक्रामक विविधता और विकेट लेने में मदद कर सकती है.
- बारिश से बाधित पर्थ वनडे में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा.
Varun Aaron backed Kuldeep Yadav in India's playing XI: भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने पर्थ वनडे में भारत की 7 विकेट से हार के बाद टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में बदलाव की मांग की है. भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने पर्थ वनडे में भारत की 7 विकेट से हार के बाद टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में बदलाव की मांग की है. वरुण एरोन की मानें तो 23 अक्टूबर को एडिलेड ओवल में होने वाले दूसरे वनडे के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन में कुलदीप यादव को शामिल किया जाना चाहिए. वरुण ने कहा कि कुलदीप टीम में वो आक्रामक खतरा लेकर आते हैं, जिससे टीम पर्थ में चूक गई थी. बता दें, पर्थ में हुए बारिश से प्रभावित मुकाबले में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था.
जियोस्टार के एक्सपर्ट वरुण एरोन ने कहा,"मैं वॉशिंगटन सुंदर की जगह कुलदीप यादव को खिलाऊंगा. अगर आप देखें तो वॉशिंगटन और अक्षर (पटेल) दोनों सफेद गेंद वाले क्रिकेट में अधिक रक्षात्मक गेंदबाज हैं. वे आक्रमण करने के बजाय दबाव बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं."
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि कुलदीप की प्राकृतिक विविधता और टर्न निकालने की क्षमता उन्हें एक महत्वपूर्ण संपत्ति बनाती है, खासकर जब तेज गेंदबाजों की पिटाई हो रही है. वरुण ने कहा,"खासकर जब तेज़ गेंदबाज़ कुछ नहीं कर पाए, भारत को किसी ऐसे व्यक्ति की ज़रूरत थी जो गेंद को ऊपर उछाल सके, सतह से कुछ स्पिन ले सके, या बल्लेबाज को उन गुणों के साथ धोखा दे सके, जो कुलदीप स्वाभाविक रूप से लाते हैं. वह बहुत लंबे समय से डगआउट में बैठा है, और हम सभी जानते हैं कि वह कितना प्रभावी हो सकता है. मैं निश्चित रूप से वाशी (वाशिंगटन) के बजाय उसे खिलाऊंगा."
एरोन ने आगे इस बात पर जोर दिया कि भारत की गहरी बल्लेबाजी लाइनअप उन्हें एक अतिरिक्त स्पिनर चुनने की सुविधा देती है. 113 वनडे खेल चुके कुलदीप यादव ने 26.7 की औसत से 181 विकेट लिए हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 23 वनडे मैचों में 31 विकेट लेकर उनका रिकॉर्ड शानदार है.
मैच की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. हालांकि, भारतीय बल्लेबाजी इस मुकाबले में बुरी तरह से लड़खड़ा गई. भारतीय टॉप ऑर्डर ने मिशेल स्टार्क (1/22) और जोश हेज़लवुड (2/20) के सामने एक तरह से सरेंडर कर दिया. रोहित शर्मा (8), कप्तान शुभमन गिल (10), विराट कोहली (0) और श्रेयस अय्यर (11) किसी का बल्ला नहीं चला.
बारिश के कारण कई बार खेल रोका गया और इससे टीम इंडिया का मूमेंटम ब्रेक हुआ. अंततः मैच को 26-26 ओवर के मैच में बदल दिया गया. हालांकि, केएल राहुल (31 गेंदों में 38, दो चौकों और एक छक्के की मदद से) और अक्षर पटेल (38 गेंदों में 31, तीन चौकों की मदद से) के बीच 39 रन की साझेदारी राहत देने वाली साबित हुई. केएल ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर भारत को 100 रन के पार पहुंचाया. यह नीतीश कुमार रेड्डी (11 गेंदों में 19*, दो चौकों की मदद से) थे जिन्होंने भारत को 26 ओवर में 136/9 तक पहुंचाया.
डीएलएस मेथ्ड के जरिए, ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 131 रनों का लक्ष्य मिला. भारत ने ट्रेविस हेड (8) को जल्दी आउट कर दिया. हालांकि, मार्श (52 गेंदों में दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से 46 रन), जोश फिलिप्स (29 गेंदों में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 37 रन) और मैट रेनशॉ (24 गेंदों में एक चौका और एक छक्के की मदद से 21* रन) ने यह सुनिश्चित किया कि ऑस्ट्रेलिया को लक्ष्य का पीछा करने में ज्यादा दिक्कतों का सामना न करना पड़े. ऑस्ट्रेलिया ने 21.1 ओवर में सात विकेट शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया.
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