जब वक्त खराब आता है, तो विचार और तमाम राय चंद दिनों में ही बदल जाती हैं. कुछ ऐसा ही टीम इंडिया के बारे में कहा जा सकता है. कुछ दिन पहले ही ऑस्ट्रेलियाई पूर्व और वर्तमान खिलाड़ी टीम इंडिया की तारीफ कर रहे थे, चैलेंज बता रहे थे, लेकिन कीवियों के हाथों टीम रोहित का 0-3 से सफाया क्या हुआ कि अब सब नसीहतें दे रहे हैं, खामियां गिनवा रहे हैं. कंगारू पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग मानना है कि भारतीय बल्लेबाज बेहतरीन स्पिनरों के सामने कमजोर हैं, जिसके कारण उन्हें हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से सीरीज हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि स्पिनरों के खिलाफ खेलने वाले भारतीय बल्लेबाजों का कौशल स्तर पहले जैसा नहीं रहा.
पोंटिग ने कहा, “मुझे लगता है कि यह शायद एक बात बताती है कि यह वास्तव में अच्छी गुणवत्ता वाली स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ भारत की कमजोरी अब उजागर होना शुरू हो गई है." पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू शो में कहा,"ऐसा लगता है कि आधुनिक भारतीय बल्लेबाजों का स्पिन खेलने का कौशल शायद पहले जैसा नहीं रहा. ऐसा शायद इसलिए है क्योंकि वे भारत में अलग-अलग विकेटों पर खेल रहे हैं जो शायद तेज़ गेंदबाजों के लिए थोड़े ज़्यादा हैं. शायद ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत में अब ज़्यादा उच्च गुणवत्ता वाले तेज़ गेंदबाज़ हैं क्योंकि वे पहले की तरह स्पिन गेंदबाज़ी नहीं खेल रहे हैं." उन्होंने कहा, "शायद यह आईपीएल या आईपीएल क्रिकेट की वजह से है कि युवा खिलाड़ी 15 या 20 साल पहले की तुलना में इस तरह से खेल सीख रहे हैं."
उन्होंने न्यूजीलैंड की इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए भी प्रशंसा की, जबकि उनके भरोसेमंद बल्लेबाज केन विलियमसन कमर की चोट के कारण टीम में नहीं थे. पोंटिंग बोले, "यह एक बहुत बड़ा परिणाम है. ईमानदारी से कहूं तो मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी. खासकर तब जब आप केन विलियमसन की अनुपस्थिति को देखते हैं. जब आप उपमहाद्वीप में उनके (विलियमसन के) रिकॉर्ड के बारे में सोचते हैं, तो वे उस टीम के लिए किस तरह की चट्टान और लीडर रहे हैं."
भारत के करिश्माई बल्लेबाज विराट कोहली लंबे प्रारूप में खराब फॉर्म में हैं और 10 साल में पहली बार टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष-20 की सूची से बाहर हो गए हैं. हालांकि, पोंटिंग का मानना है कि कोहली आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जहां भारत को 2025 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में प्रवेश करने के लिए कम से कम चार मैच जीतने की जरूरत है. पूर्व दिग्गज ने कहा, "मैंने दूसरे दिन विराट के बारे में एक आँकड़ा देखा, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने पिछले पांच वर्षों में केवल दो (तीन) टेस्ट शतक बनाए हैं. यह मुझे सही नहीं लगा, लेकिन अगर यह सही है, तो यह चिंता का विषय है." पूर्व कप्तान ने कहा, "शायद कोई और शीर्ष क्रम का बल्लेबाज़ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल रहा होगा, जिसने पांच वर्षों में केवल दो टेस्ट मैच शतक बनाए हों, मैंने विराट के बारे में पहले भी कहा है, आप खेल के महान खिलाड़ियों पर कभी सवाल नहीं उठाते."
उन्होंने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है,वह खेल के महान खिलाड़ी हैं. उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ खेलना बहुत पसंद है. वास्तव में, मुझे पता है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ खेलना बहुत पसंद है. और जैसा कि मैंने कहा, उनका रिकॉर्ड (ऑस्ट्रेलिया में) बहुत अच्छा है. अगर उनके लिए इसे बदलने का समय है, तो यह इस सीरीज़ में होगा. इसलिए मुझे विराट को पहले मैच में रन बनाते देखकर आश्चर्य नहीं होगा.'