Mohammed Shami: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने इस साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे में उनकी भागीदारी खतरे में होने की खबरों को खारिज किया है. मोहम्मद शमी ने इन रिपोर्टों को "निराधार" बताया और लोगों से "फर्जी खबरें" न फैलाने का आग्रह किया है. बुधवार की सुबह, टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि शमी की टखने की चोट, जिसके चलते वो बीते साल वनडे विश्व कप फाइनल के बाद से बाहर हैं, को झटका लगा है और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उनकी भागीदारी संदिग्ध हो सकती है.
रिपोर्ट में बीसीसीआई सूत्र के हवाले से दावा किया गया है कि शमी के घुटनों में एक ताजा समस्या हो गई है जिसे ठीक होने में उम्मीद से ज्यादा समय लग सकता है. रिपोर्ट में दावा था कि "शमी ने गेंदबाजी फिर से शुरू कर दी थी, और वह जल्द ही प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने की राह पर थे लेकिन घुटने की चोट हाल ही में बढ़ गई है. बीसीसीआई की मेडिकल टीम चोट का आकलन कर रही है, लेकिन इसमें काफी समय लग सकता है."
वहीं मोहम्मद शमी ने इन बातों को लेकर सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया है. बुधवार शाम को, शमी ने उन रिपोर्टों के कोलाज के साथ एक्स पर लिखा,"इस प्रकार की बेबुनियाद अफवाहें क्यों? मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं और ठीक होने की पूरी कोशिश कर रहा हूं. न तो बीसीसीआई और न ही मैंने इस बात का जिक्र किया है कि मैं बॉर्डर गावस्कर सीरीज से बाहर हूं.' मैं जनता से अनुरोध करता हूं कि वे अनौपचारिक स्रोतों से आने वाली ऐसी खबरों पर ध्यान देना बंद करें.' कृपया रुकें और ऐसी फर्जी, फर्जी, फर्जी खबरें न फैलाएं."
मोहम्मद शमी 2023 वनडे विश्व कप के बाद से भारत के लिए नहीं खेले हैं. शमी आईसीसी वनडे विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. टखने की चोट से जूझ रहे शमी ने सर्जरी का विकल्प चुना जिसके कारण वह आईपीएल 2024 और टी20 विश्व कप से बाहर हो गए थे. पिछले कुछ महीनों से, शमी लगातार अभ्यास करते हुए अपनी तस्वीरें साझा कर रहे हैं, जो रिकवरी की राह पर उनकी प्रगति को दर्शाता है.
भारत को इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है, जहां दोनों देशों के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज होगी. मोहम्मद शमी इस टेस्ट सीरीज में अहम भूमिका निभा सकते हैं. मोहम्मद शमी ने 2018-19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया में भारत की सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई थी. वह गेंद से जसप्रीत बुमरा और मोहम्मद सिराज के साथ भारत के प्रमुख हथियार हैं. 2014 में पहली बार खेलने के बाद से शमी ने ऑस्ट्रेलिया में जो 8 टेस्ट मैच खेले हैं, उनमें दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने 32 की औसत से 31 विकेट लिए हैं.