दूसरे टी20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर मिली जीत में यूं तो तीन भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal), ईशान किशन (Ishan Kishan) और ऋतुराज गायकवाड़ ने अर्द्धशतक जड़े, लेकिन प्लेयर ऑफ द मैच लेफ्टी जायसवाल को चुना गया. और इसमें दो राय नहीं कि जिस आतिशी तेवर के साथ उन्होंने एक 'सुर' साधा, उसे ईशान और फिर गायकवाड़ ने बहुत ही अच्छी तरह आगे बढ़ाया. जायसवाल ने 25 गेदों पर 9 चौकों और 2 छक्कों से 53 रन बनाए. मतलब पारी के 48 रन सिर्फ चौकों और छक्कों से ही आए, जो बताने के लिए काफी है कि जायसवाल किस दिशा में जा रहे हैं. बहरहाल, मैच के बाद उन्होंने कहा कि यह प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार उनके लिए बहुत ही स्पेशल है. जायसवाल ने पुरस्कार वितरण समारोह में अपने खेल को लेकर अहम और बड़ी बात कही
जायसवाल बोले कि मैं अपने सभी शॉट खेलने की कोशिश कर रहा था. और निर्भीक बनने का प्रयास कर रहा था. और अपने निर्णयों को लेकर आश्वस्त था. सूर्या भाई और लक्ष्मण सर ने मुझे पूरी तरह स्वतंत्र होकर अपना खेल खेलने के लिए कहा है. लेफ्टी बल्लेबाज ने कहा कि जो मैं सोचता हूं, मैं उस पर अच्छी तरह काम कर सकता है. मैं बाकी बातों के बारे में नहीं सोचता. मैं अभी भी सीख रहा हूं.
पिछले मैच में हुई गलती से गायकवाड़ के रन आउट होने पर यशस्वी ने कहा कि मेरे से गलती हुई थी और मैंने गायकवाड़ को सॉरी बोला. मैंने अपनी गलती स्वीकार की. ऋतु भाई बहुत ही विनम्र और ध्यान रखने वाले हैं. मैंने अपनी फिटनेस पर भी खासा काम किया है. जायसवाल ने कहा कि मैं अपने सभी शॉटों को और बेहतर बना रहा हूं. मानसिक पहलू एक और बात है, जिस पर मैं काम कर रहा हूं. मुझे अपने प्रैक्टिस सेशन पर खासा भरोसा है.