Jasprit Bumrah comes palyer of the series: शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हराकर भारत के दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने में यूं तो टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों ने एक से बढ़कर एक योगदान दिया, लेकिन प्लेयर ऑफ द सीरीज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने सुपर से ऊपर प्रदर्शन से दिखाया कि न तो उनका जैसा प्रदर्शन पहले भारतीय क्रिकेट इतिहास में हुआ. और आने वाले कई सालों तक इस प्रदर्शन को दोहराना भी मुश्किल ही नहीं, असंभव सरीखा है. और बात सिर्फ यहीं तक नहीं ही खत्म नहीं हो जाती है. पूरे विश्व कप में बुमराह ने एक नहीं, बल्कि कई मौकों पर हारी हुई बाजी को जीत में बदल दिया. और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के खिलाफ खिताबी टक्कर में भी बुमराह ने दिखाया कि जो हारी हुई बाजी को जीत में बदल दे, उसे बुमराह कहते हैं. बुमराह को उनके टूर्मामेंट में शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला और उन्हें प्येयर ऑफ द सीरीज चुना गया, लेकिन इससे ऊपर बुमराह ने पूरे टूर्मामेंट में जो कर दिखाया, वह किसी भी रिकॉर्ड-बुक में दर्ज नहीं होता. यह दिलों में दर्ज होता है, यह यादों में दर्ज होता है.
सबसे ज्यादा विकेट नहीं ले सके, लेकिन...
प्लेयर ऑफ द सीरीज बने जसप्रीत बुमराह सबसे ज्यादा विकेट चटकाने के मामले में बस तीन विकेट पीछे रह गए. उनसे ज्यादा विकेट अर्शदीप ने चटकाए. बुमराह 15 विकेट चटकाकर दक्षिण अफ्रीका के एनरिच नॉर्किया के साथ संयुक्त रूप से तीसरे नंबर पर रहे, लेकिन जो कारनामा उन्होंने किया, उसका विश्व कप के इतिहास में कोई जोड़ नहीं दिखता.
यह कारनामा विश्व कप में अमर रहेगा!
बुमराह ने भारत की विश्व कप खिताबी में खेले आठ मैचों में फेंके 29.4 ओवरों में 15 विकेट चटकाए, लेकिन जो सबसे बड़ी बात रही, वह रहा इस पेसर का इकॉनी रन-रेट, जो 4.17 का रहा. और इसी पहलू ने बुमराह के कारनामे को बहुत ही बड़ा बना दिया.
यह बात किसी रिकॉर्डबुक में दर्ज नहीं होती!
मगर यह भी एक सच है कि सिर्फ इकनामी-रेट और विकेट और प्लेयर ऑफ द सीरीज ही बुमराह के "असल कारनामे" को बिल्कुल भी बयां नहीं करते. बुमराह का असल कारनामा तमाम इनाम, रकम और कागज पर दर्ज होने वाले रिकॉर्डों से कहीं ऊपर है. इस कारनामे को किसी रिकॉर्ड बुक में जगह नहीं मिलती. और वह रहा सबसे बड़ी जरुरत के मौके पर हारी बाजी को जीत में बदल देना. यह बात किसी रिकॉर्ड बुक में दर्ज नहीं होती. ऐसा पहले भी हुआ, तो ऐसा फाइनल में भी हुआ. इसीलिए हारी बाजी को जीत में बदलने वाले को बुमराह कहते हैं.