भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को लिमिटेड ओवरों क्रिकेट में अपने फॉर्म को लेकर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. जबकि पंत के लिए हाल के मैच भी कुछ खास नहीं रहे हैं, कुछ लोग उन्हें टी20 में उनकी खराब फॉर्म के कारण वनडे टीम से भी बाहर करने के लिए कह रहे हैं. अनुभवी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik On Rishabh Pant) ने हालांकि पंत के आलोचकों से दो चीजों को अलग-अलग देखने को कहा है. कार्तिक ने हाल के मैचों में उनेक औसत पर नज़र डालते हुए 50 ओवर के फॉर्मेट में पंत के मामले का समर्थन किया, जिसमें एक शतक भी शामिल है.
इसके अलावा पंत पहले वनडे में बांग्लादेश से हारने वाली भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे. लेकिन पंत की जगह विकेटकीपर की भूमिका निभाने वाले खिलाड़ी केएल राहुल टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. राहुल को लंबे समय के बाद विकेटकीपर की भूमिका निभाने को मिली है लेकिन कार्तिक नहीं चाहते कि पंत को दरकिनार किया जाए.
क्रिकबज से बात करते हुए कार्तिक ने कहा कि लोग यह नहीं कह सकते कि पंत को वनडे फॉर्मेट से बाहर कर देना चाहिए. कार्तिक का मानना है कि पंत को 50 ओवर फॉर्मेट में मौका दिया जाना चाहिए. लेकिन, अगर वह रिज़्लट नहीं देते हैं, तो टीम को 'आगे बढ़ना' चाहिए.
"हमें इसे अलग से देखने की ज़रूरत है. पिछली 10 पारियों में एक दिवसीय क्रिकेट में, उनका औसत 45 से अधिक है. जाहिर तौर पर उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में 120 (नाबाद 125) का मैच जिताऊ स्कोर बनाया था. इसलिए अच्छा किया है और जब किसी ने अपने लिए बहुत अच्छा किया है, तो आप ये नहीं कह सकते कि 'ओह, उसे एक दिवसीय क्रिकेट से बाहर कर देना जाना चाहिए', कार्तिक ने कहा.
"मुझे लगता है, कि उन्हें और अच्छा करने के लिए चांस देने की आवश्यकता है और अगर वे अच्छा नहीं करते हैं, तो आगे बढ़ें. लेकिन आप सिर्फ इसलिए उन्हें चांस नहीं दे सकते कि उन्होंने दूसरे में फॉर्मेट में अच्छा किया है."
बता दें कि पंत बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए भारत की टीम का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन उनके फिट होकर टेस्ट सीरीज़ के लिए तैयार होने की उम्मीद है.