ICC makes changes to Playing Conditions: मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) द्वारा सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) की अगुवाई वाली पुरुष क्रिकेट समिति की सिफारिशों की पुष्टि के बाद आईसीसी (ICC) ने मंगलवार को खेल परिस्थितियों में कई बदलावों की घोषणा की है. क्रिकेट के नियमों के 2017 कोड के एमसीसी (MCC) के अद्यतन तीसरे संस्करण में खेलने की स्थिति में काफी सारे बदलाव किए गए हैं. बता दें कि क्रिकेट में खेलने की स्थिती में हुए बदलाव को 1 अक्टूबर 2022 से लागू किए जाएंगे.
इस मौके पर सौरव गांगुली ने ऑफिशियल प्रेस रिलीज में कहा, 'आईसीसी क्रिकेट समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता करना एक सम्मान की बात थी. मैं समिति के सदस्यों के क योगदान से प्रसन्न था जिसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण सिफारिशें की गईं. मैं सभी सदस्यों को उनके बहुमूल्य इनपुट और सुझावों के लिए धन्यवाद देता हूं.'
ICC क्रिकेट समिति में शामिल सदस्यों की लिस्ट - सौरव गांगुली (अध्यक्ष); रमिज़ राजा (Observer), महेला जयवर्धने और रोजर हार्पर (पूर्व खिलाड़ी के तौर पर); डेनियल विटोरी और वीवीएस लक्ष्मण (वर्तमान खिलाड़ियों के प्रतिनिधि); गैरी स्टीड (सदस्य टीम कोच प्रतिनिधि); जय शाह (पूर्ण सदस्य प्रतिनिधि); जोएल विल्सन (अंपायर प्रतिनिधि); रंजन मदुगले (आईसीसी चीफ रेफरी); जेमी कॉक्स (एमसीसी प्रतिनिधि); काइल कोएट्ज़र (एसोसिएट प्रतिनिधि); शॉन पोलक (मीडिया प्रतिनिधि); ग्रेग बार्कले और ज्योफ एलार्डिस (आईसीसी अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी); क्लाइव हिचकॉक (समिति सचिव); डेविड केंडिक्स (Statistician)
क्या-क्या बदलाव हुए..
कैच आउट होने की स्थिति में क्या होगा
यदि बल्लेबाज कैच आउट होता है और इस दौरान वह आउट होने वाला बल्लेबाज भले ही आधी क्रीज पार कर गया हो, ऐसी स्थिति में नया बल्लेबाज ही अगली गेंद पर स्ट्राइक लेगा, नाकी नॉन स्ट्राइक पर खड़ा बल्लेबाज
गेंद को पॉलिश करने के लिए लार का उपयोग हमेशा के लिए बंद
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दो साल से अधिक समय से यह प्रतिबंध कोविड के कारण लगाया गया है. अब इस बैन को स्थाई कर दिया गया है, यानि इस बैन को हमेशा के लिए लगा दिया गया है.
नए बल्लेबाज को तय समय में आना होगा बल्लेबाजी के लिए
नए बल्लेबाज को तय समय के अंदर ही क्रीज पर आकर स्ट्राइक लेनी होगी. टेस्ट और वनडे में नए बल्लेबाज को 2 मिनट के अदर क्रीज पर आकर स्ट्राइक लेना होगा. जबकि टी20T में 90 सेकंड के अंदर स्ट्राइक पर आना होगा. टी20 में समयसीमा का नहीं बदला गया है.
क्षेत्ररक्षण पक्ष द्वारा बल्लेबाज का ध्यान भटकाने के लिए अनुचित व्य़वहार करने पर
गेंदबाज के गेंदबाजी करने के दौरान कोई भी अनुचित और जानबूझकर बल्लेबाज का ध्यान भटकाने की कोशिश करने पर अंपायर गेंद को डेड बॉल करार दे सकता है. इसके अलावा बल्लेबाज के पक्ष को 5 रन की पेनल्टी भी अंपायर दे सकता है.
क्रिकेट में अब मांकड़ का जिक्र नहीं, "रन-आउट" सेक्शन में होगा शामिल
'क्रिकेट में अब मांकड़ आउट नहीं बल्कि इस तरह से किए गए आउट को रन आउट की श्रेणी में गिना जाएगा.
स्ट्राइकर (बैटर) को गेंद खेलने का अधिकार:
यह प्रतिबंधित है, क्योंकि खेलते समय बल्ले या बैटर को पिच के अंदर ही होना चाहिए. यदि बैटर पिच से बाहर आकर खेलने को मजबूर होता है, तो अंपायर कॉल होगा कि वह उसे डेड बॉल करार दे या नहीं. यदि कोई बॉल बैटर को पिच से बाहर आने पर मजबूर करती है, तो अंपायर इसे नोबॉल करार देगा.
स्पोर्ट्स से जुड़ी Latest Updates के लिए अभी NDTV Sports Hindi को सब्सक्राइब करें. Click to Subscribe