इसमें दो राय नहीं कि पिछले दिनों टी20 विश्व कप में भारत की खिताबी जीत में पेसर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) के योगदान को हमेशा ही स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. बुमराह ने अलग-अलग मैचों में सबसे जरुरत के पलों में टीम के लिए विकेट चटकाए. और यही वजह रही कि दुनिया भर के दिग्गजों ने एक सुर में स्वीकार किया कि यह पेसर दुनिया का नंबर एक तेज गेंदबाज है. हाल ही में एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए जस्सी ने अपनी विकास यात्रा और अनछुए पहलुओं को उजागर किया.
बुमराह ने कहा कि जब मैं क्रिकेट में आया, तो मैं ज्यादा नहीं जानता था. जब मैंने आईपीएल खेलना शुरू किया, तो रोहित के पास जाकर यह कहा करता था, 'मैं नहीं जानता, आप फील्डिंग लगा लगा लो. मैं यह गेंद विशेष फेंकने जा रहा हूं. मेरा आप में परा भरोसा है, आप फील्डिंग सजाओ. जो भी आपको सही फील्डिंग लगे, वह लगा लो, लेकिन समय गुजरने के साथ ही मैंने महसूस किया कि दूसरों पर बहुत ज्यादा निर्भर नहीं हो सकता. इसके बाद मैंने बॉलिंग की बारीकियों को सीखना शुरू किया. वहीं, बुमराह ने विश्व कप से पहले रोहित को मुंबई की कप्तानी से हटा जाए और पांड्या के कप्तान बनने के बाद पैदा हुए विवाद के बारे में भी बात की.
हार्दिक के कप्तान बनने के बाद हार्दिक को पूरे टूर्नामेंट में दर्शकों से ऐसी तीखी आलोचना झेलनी पड़ी कि उसके बारे में लिखना भी मुश्किल है. इस पर बुमराह ने कहा कि इस तरह की घटनाएं खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा हैं. टीम इस तरह की घटनाओं का समर्थन नहीं करतीं. ऐसे समय में प्रबंधन ने उनकी मदद करने की कोशिश की.
स्टार पेसर ने कहका कि कभी-कभी हम समझते हैं कि हम ऐसे देश में रहते हैं, जहां भावनाएं चर्चा का विषय बन जाती हैं. हम समझते हैं कि फैंस भावुक हो जाते हैं. खिलाड़ी भी भावुक होते हैं. यह बतौर भारतीय खिलाड़ी आपको प्रभावित करता है, लेकिन आपके प्रशंसक भी अच्छी बातें नहीं कर रहे हैं. मगर आपको इसे स्वीकार करना होता है. आखिर आप फैंस को कैसे रोक सकते हैं? अगर आप खुद पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो वह दरवाजा बंद हो जाता है. हालांकि, यह आसान नहीं है. फैंस चिल्लाते है. आप इसे सुन सकते हैं.