Happy Birthday Brian Lara: वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर और धाकड़ टेस्ट बल्लेबाज ब्रायन लारा का आज जन्मदिन है. 2 मई 1969 को लारा का जन्म त्रिनिदाद के सांता क्रूज में हुआ था. आप उनके बारे में अवश्य जानते होंगे कि वह टेस्ट क्रिकेट में 400 रन लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं. आज उनके जन्मदिन पर हम आपको उनके बारे में और भी कई अनसुनी जानकारियों से रूबरू करवाएंगे. वह सिर्फ इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ही नहीं, बल्कि भारत के लिए भी कितना खतरनाक थे, इससे भी आपको अवगत करवाएंगे. साथ ही उनके 'द प्रिंस ऑफ त्रिनिदाद' बनने की कहानी भी बताएंगे.
प्रिंस ऑफ त्रिनिदाद क्यों कहा गया?
कहा जाता है कि उनकी शानदार बल्लेबाजी के कारण उन्हें 'द प्रिंस ऑफ त्रिनिदाद' कहा गया था. सबसे पहले इस नाम से उन्हें पुकारने वाले सर गैरी सोबर्स थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले भी शायद इस शब्द को किसी ने उपयोग किया होगा, लेकिन ज्यादातर साक्ष्य मानते हैं कि सर गैरी सोबर्स ने ही यह नाम दिया. वह लारा के शुरुआती खेल के दिनों में इस शब्द का उपयोग किया करते थे.
इतने प्रसिद्ध क्यों?
लारा अपने समय के सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ियों में से एक थे. ब्रायन चार्ल्स लारा बाएं हाथ के बल्लेबाज थे, जो अधिकतर तीसरे या चौथे स्थान पर बल्लेबाजी करने आते थे. उन्होंने अपने करियर में सिर्फ टेस्ट और वनडे क्रिकेट खेला है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1990 से 2006 तक उन्होंने 131 टेस्ट मैचों में 52 की औसत से 11,953 रन बनाए हैं जिसमें 232 पारियों में 34 शतक और 48 अर्धशतक शामिल हैं. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक पारी में 400 नाबाद रन बनाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं. वह ना सिर्फ बेहतरीन बल्लेबाजी करते थे, बल्कि गेंदबाजों को अपनी बैटिंग से परेशान भी कर देते थे. टेस्ट क्रिकेट में 57 की औसत कोई आम बात नहीं है. उन्होंने यह कारनामा उस दौर में किया जब खिलाड़ी क्रीज पर समय बिताने में विश्वास रखते थे.
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के लिए काल थे
लारा ने अपने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट करियर में सबसे ज्यादा मैच इन दोनों टीमों के खिलाफ खेले हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1992 से 2005 तक उन्होंने 31 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 51 की औसत से 2,856 रन बनाए. आपको बता दें, ऑस्ट्रेलिया से कहीं ज्यादा उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खतरनाक प्रदर्शन किया है. 1994 से 2004 के बीच इंग्लैंड के खिलाफ 30 मुकाबलों में 62.14 की औसत से 2,983 रन बनाए. एक पारी में 400 नाबाद रन उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ही लगाए थे. उन्होंने यह कारणामा 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के दौरान एंटीगुआ में किया था. भारत के खिलाफ उन्होंने 1994 से 2006 के बीच कुल 17 मुकाबले खेले हैं, जिसमें 34 की औसत से 1,002 रन बनाए. भारत के खिलाफ 120 सर्वाधिक स्कोर हैं.
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