- ग्रेग चैपल ने इंग्लैंड के बल्लेबाज हैरी ब्रूक में सचिन तेंदुलकर की तकनीकी समानता और बल्लेबाजी की खूबी देखी है
- ब्रूक ने टेस्ट क्रिकेट में 57.55 की औसत से रन बनाए हैं, जो चैपल का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है
- चैपल ने कहा है कि वे ब्रूक को लाइव देखना चाहते हैं क्योंकि उनका टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन काफी प्रभावशाली है
Greg Chappell on Harry Brook: ग्रेग चैपल ने विश्व क्रिकेट के उस खिलाड़ी के बारे में बात की है जो उन्हें सचिन तेंदुलकर की याद दिलाता है. ग्रेग चैपल ने कोहली और रोहित, जायसवाल और गिल का नाम नहीं लिया है. बल्कि इंग्लैंड के बल्लेबाज हैरी ब्रूक में उन्हें सचिन तेंदुलकर की झलक दिखाई पड़ती है. टेस्ट फॉर्मेट में 57.55 की औसत से रन बनाने वाले ब्रूक ने चैपल का ध्यान अपनी ओर खींचा है.महान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ जब भी ब्रूक को टेलीविज़न पर बल्लेबाज़ी करते देखते हैं, तो उन्हें सचिन की याद आ जाती है. तकनीक में हल्की समानता, और सबसे मुश्किल गेंदों पर भी रन बनाना, यही वजह है कि चैपल ब्रूक में एक युवा सचिन को देखते हैं.
ऑस्ट्रेलियाई पूर्व दिग्गज ने ब्रूक को लेकर बात की और कहा, " मेरे लिए, हैरी ब्रूक सबसे दिलचस्प खिलाड़ी हैं. मैंने उन्हें टेलीविज़न पर थोड़ा-बहुत देखा है. मैं उन्हें लाइव देखना चाहूंगा. वह वाकई एक अच्छे बल्लेबाज लगते हैं. उनका रिकॉर्ड बताता है कि वह एक अच्छे खिलाड़ी हैं. आप जानते ही हैं, टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत अब तक 62 का है."
चैपल ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू की एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, "यह एक बहुत ही प्रभावशाली रिकॉर्ड है. जैसा कि मैं कह रहा हूं, मैंने उन्हें टेलीविज़न पर बल्लेबाज़ी करते देखा है. वह मुझे सचिन तेंदुलकर की बहुत याद दिलाते हैं, उनके करियर के शुरुआती दौर में. आप जानते ही हैं, शुरुआत में उनकी गति बहुत कम होती है, वह कोण को बहुत अच्छी तरह समझते हैं, ज़्यादातर गेंदों पर रन बना सकते हैं. ऐसी बहुत कम गेंदें हैं जिन पर वह रन न बना सकें'.
21 नवंबर से पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू होने वाली आगामी एशेज में, ब्रूक ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट खेलेंगे. पिछली एशेज में घरेलू मैदान पर उन्होंने 40.33 की औसत और चार अर्धशतक बनाए थे, इसलिए चैपल का मानना है कि यह देखना दिलचस्प होगा कि ब्रूक ऑस्ट्रेलिया की तेज़ पिचों के साथ कैसे तालमेल बिठाते हैं. चैपल ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया ऐतिहासिक रूप से इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए परीक्षा रहा है. वह कैसे ढलते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा." "














