काफी हैरानी की बात है. जो बात तमाम फैंस और पूर्व दिग्गजों को समझ आ रही है, वह हर्षा भोगले के मायने नहीं रखती. विंडीज के खिलाफ तीसरे टी20 मुकाबले में छक्का लगाकर लेफ्टी तिलक वर्मा (Tilak Varma) को पचासे से वंचित रखने वाले कप्तान हार्दिक पांड्या सोशल मीडिया पर खरी-खोटी सुन रहे हैं. मैच खत्म हुए खासा समय हो गया है, लेकिन हार्दिक के बर्ताव को लेकर चर्चा खत्म नहीं हो रही, लेकिन सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा हर्षा भोगले के गले नहीं उतर रही.
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भोगले ने ट्वीट करते हुए कहा, "मैं तिलक वर्मा के अर्द्धशतक से चूकने को लेकर हो रही चर्चा से उलझन में हूं. यह कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है. वास्तव में टी20 में शतक (जो कि यदा-कदा ही दिखता है ) को छोड़कर बाकी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है. हम टीम के खेल में निजी उपलब्धियों को लेकर बहुत ज्यादा आसक्त रहते हैं. मैं नहीं सोचता कि इस फॉर्मेट में अर्द्धशतक को व्यक्तिगत रिकॉर्ड की श्रेणी में डालना चाहिए. अगर आप बहुत तेजी से रन बना चुके हैं (औसत, स्ट्राइक-रेट), तो इसके मायने हैं"
इस पर दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज एबीडि विलियर्स ने जवाब देते हुए कहा, "आपका धन्यवाद..आपका धन्यवाद, आखिर में किसी ने तो यह कहा!" बहरहाल, हर्षा की इस बात का गले उतरना न केवल फैंस ही नहीं, बल्कि एक बड़े वर्ग के गले उतरना खासा मुश्किल है. अब जहां रिकॉर्डविद टेस्ट और वनडे में भी अर्द्धशतक को खास श्रेणी में शामिल करते हैं, तो भला टी20 से अर्द्धशतक को कैसे अलग रखा जा सकता है.
ऐसे में हर्षा की बात अतिश्योक्ति ही ज्यादा नजर आती है! वैसे बात रिकॉर्डों से अलग भावनाओं की भी है. खिलाड़ी की भी और उससे जुड़े लोगों की भी. अगर कोई युवा बल्लेबाज इस स्थिति में है, तो जाहिर है कि अर्द्धशतक उसके लिए बहुत ही मायने रखता है. और अगर हार्दिक इस मामले में तिलक वर्मा की मदद करते, तो निश्चित ही यह उनके यश, उनके प्रति सभी के नजरिए को और बेहतर ही बनाता. बहरहाल, हर्षा कह रहे हैं, तो हम यही कहेंगे कि भाई देखने की अपनी-अपनी नजर है!
भोगले से सहमत न होने वाले बहुत हैं
फैंस भोगले को कुछ ऐसे जवाब दे रहे हैं
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