What is MCC Law on appeals: ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टी-20 मैच को ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया. इस मैच में मैक्सवेल ने तूफानी बल्लेबाजी की और 120 रन की नाबाद पारी खेली. मैक्सवेल को उनकी पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया. इस मैच में मैक्सवेल ने जहां अपनी बल्लेबाजी से धमाका किया तो वहीं दूसरी ओर वेस्टइंडीज की पारी के दौरान अल्ज़ारी जोसेफ साफ रन आउट हो गए थे लेकिन इसके बाद भी अंपायर ने बल्लेबाज को रन आउट नहीं दिया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा. फैन्स यह समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर में जब बल्लेबाज साफ तौर से रन आउट है तो अंपायर ने उन्हें पवेलियन जाने के लिए क्यों नहीं कहा.
इस कारण अंपायर ने नहीं दिया आउट (AUS vs WI runout controversy)
दरअसल, जब अल्ज़ारी जोसेफ (Alzarri Joseph Run out controversy) रन आउट हुए तो किसी भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने रन आउट की अपील नहीं की, न तो गेंदबाज ने और न ही किसी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने रन आउट को लेकर अंपायर से पूछा और अपील की, वहीं, जब टीवी रिप्ले में देखा गया तो बल्लेबाज साफ तौर से रन आउट था. जिसे देखकर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैरान रह गए और अंपायर से रन आउट की अपील करने लगे. लेकिन रियम समय में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने आउट की अपील नहीं की थी जिसके कारण अंपायर ने बल्लेबाज को रन आउट करार नहीं दिया.
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क्या कहता है अपील का और आउट देने का नियम
MCC नियम कानून की धारा 31.1 के तहत, अंपायर बल्लेबाज को अपील के बिना आउट नहीं दे सकता है. कोई भी अंपायर किसी भी बल्लेबाज को आउट नहीं देगा, जब तक विरोधी टीम द्वारा अपील न की जाए, चाहे बल्लेबाज साफ तौर से आउट क्यों नहीं हो. इसके अलावा एक और नियम यह भी है कि अगर किसी ऐसी गेंद पर जिसमें DRS प्ले में आता हो, उस पर डीआरएस लेने की पंद्रह सेकंड की तय समय सीमा समाप्त होने से पहले तक स्कीन पर रिप्ले नहीं दिखाया जा सकता. वैसे, खेल भावना के तहत अंपायर के नॉट आउट दिए जाने के बाद भी अगर बल्लेबाज खुद से पवेलियन जाना चाहता है तो यह पूर्ण रूप से बल्लेबाज पर निर्भर होगा.