Exclusive: पाकिस्तानी पूर्व दिग्गज ने देश की क्रिकेट को पटरी पर लाने के लिए दिए ये 5 बड़े सुझाव

Champions Trophy 2025: पाकिस्तान के चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होने के बाद से पूर देश में हाहाकार मचा हुआ है. ऐसे में पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने NDTV से खास बातचीत में बताया कि PCB को क्या करना चाहिए

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Basit Ali's Suggestion to Pakistan: बासित अली ने बहुत ही अहम बातें कही हैं
नई दिल्ली:

चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) में अपनी टीम के शानदार प्रदर्शन से करोड़ों भारतीय फैंस गदगद हैं कि टीम इंडिया मेगा इवेंट के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है, लेकिन पड़ोसी देश में पाकिस्तान के शुरुआती राउंड में ही बोरिया बिस्तर बंधने से मानो भूकंप सा आया हुआ है. पूर्व क्रिकेटर बहुत ही ज्यादा गुस्से में हैं, तो आम फैंस लगातार अपने क्रिकेटरों पानी  पी-पीकर को कोस रहे हैं. नाराजगी है, थमने का नाम ही नहीं ले रही है. निश्चित तौर पर इन चाहने वालों का गुस्सा एकदम जायज है. बहरहाल, यहां से पाकिस्तान क्रिकेट या टीम का क्या होगा, इसका पता तो भविष्य में ही चलेगा, लेकिन पाकिस्तानी पूर्व दिग्गज बासित अली ने NDTV से खास बातचीत में देश की क्रिकेट को फिर से ट्रैक पर लाने के लिए 5 बडे़ सुझाव दिए हैं. 

यह भी पढ़ें: 

Champions Trophy 2025: 'पहले पाकिस्तान को मना किया...', राशिद लतीफ का अफगानिस्तान की जीत के बाद बड़ा खुलासा

पहला सुझाव

बासित अली खास बातचीत में कहा, "मैंने पीसीबी चेयरमैन को भेजे लेटर में कहा है कि सबसे पहले अंडर-16, अंडर-19 और अंडर-23 की टीम होनी ही चाहिए. साथ ही, इन्हें क्रिकेट का आधार मतलब चार दिनी क्रिकेट खिलानी चाहिए.इसके अलावा PCB को बड़े नामों को लाने की जरूरत है.जैसे आपके यहां राहुल द्रविड़ हैं. हमारे यहां यूनुस खान हैं, वसीम अकरम हैं, शोएब अख्तर है, राशिद लतीफ हैं. जब ऐसे लोग आएंगे, तो टीम में बहुत ज्यादा बदलाव आएगा. 

दूसरा सुझाव

पूर्व क्रिकेटर ने कहा, "दूसरी बात यह है कि हमारी क्रिकेट  उन मैदानों पर होनी चाहिए, जहां अंतरराष्ट्रीय मैच होते हैं. जब बच्चा मैदान जाए, तो सूंघे और महसूस करे कि टेस्ट मैच का मैदान कैसा होता है.पिच ऐसी होती है. जब ऐसा होगा, तो भविष्य के लिए अच्छे खिलाड़ी तैयार होंगे"

Advertisement

Advertisement

तीसरा बड़ा सुझाव

बासित ने कहा,"तीसरे बात यह है कि जो हमारी रीजनल क्रिकेट होती है, उसका कोच टेस्ट प्लेयर होना चाहिए. जिस तरह आपके यहां होता है.वसीम जाफर  किसी रणजी ट्रॉफी टीम के कोच हैं", चौथे प्वाइंट के रूप में बासित ने कहा, "मैंने पीसीबी को भेजे लेटर में लिखा कि हमने कहा कि आप छह टीमों का छोटा टूर्नामेंट न कराएं. टूर्नामेंट ऐसा हो, जिसमें कम से कम 11-12 टीमें हों. चाहे वह डिपार्टमेंट क्रिकेट हो या फिर एसोसिएशन की क्रिकेट हो"

Advertisement

चौथा और पांचवां सुझाव

बासित ने चौथा और पांचवां और अहम प्वाइंट बताते हुए कहा, "पाकिस्तान का पूरा स्टाफ हेड कोच से लेकर फिजियो तक विदेशी न होकर देशी हो. हमारे बच्चों को इंग्लिश समझ में नहीं आती. वहीं हमने एक सुझाव और दिया है कि पाकिस्तान सुपर लीग के प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट और वनडे टीम का चयन न हो. अभी तक ऐसा हो रहा है और इसकी हमने बड़ी कीमत चुकाई है"

Advertisement


 

Featured Video Of The Day
Loud & Clear Message To Pak, End Of Terror Groups Like Jem And Let
Topics mentioned in this article