- गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ केनिंग ओवल टेस्ट में दो महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बनाने का मौका गंवाया
- गिल को आखिरी पारी में 57 रन बनाने थे ताकि वह सर डॉन ब्रेडमैन से आगे निकल जाते
- गिल ने इस टेस्ट सीरीज में कुल 754 रन बनाए और इतिहास में दूसरे नंबर पर आ गए
Shubman Gill misses historical records: कुछ अवसर जीवन की राहों में एक या दो बार ही आते हैं. यह सही है कि भारतीय कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) आने वाले समय में इंग्लैंड के अभी और कई दौरे करेंगे, लेकिन वर्तमान जैसी फॉर्म, कॉन्फिडेंस होगा या नहीं, यह कहना मुश्किल है. शुभमन गिल ने मेजबान इंग्लैंड (Eng vs Ind) के खिलाफ केनिंग ओवल में खेले जा रहे पांचवे और आखिरी टेस्ट (5th Test) के तीसरे दिन शनिवार को दो मेगा रिकॉर्ड अपने नाम करने का सुनहरा मौका गंवा दिया. गिल ने दौरे के आखिरी पारी में सिर्फ 11 रन बनाए. और इसी के साथ ही वह सर डॉन ब्रेडमैन (Gill Misses sir don Bradman's record) और सुनील गावस्कर के दो मेगा रिकॉर्ड तोड़ने से से वंचित रह गए. चलिए आप इन दोनों ही रिकॉर्डों के बारे में बारी-बारी से जान लें
...तो ब्रेडमैन से ऊपर नाम लिखा जाता गिल का
अगर गिल दौरे की आखिरी पारी में 57 रन और बना लेते तो उनका नाम इतिहास में स्पेशल रिकॉर्ड के मामले सर डॉन ब्रेडमैन से ऊपर लिखा जाता. लेकिन वह 46 रनों से यह जीवन में शायद एक ही बार मिलने वाला मौका चूक गए. अगर वह ऐसा करते, तो गिल बतौर कप्तान किसी एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का कारनामा करके नंबर-1 बन जाते, लेकिन अब यह कारनामा उनका सपना ही बना रहेगा. सर डॉन ने साल 1936-37 में इंग्लैंड के खिलाफ बतौर कप्तान 810 रन बनाए थे, लेकिन गिल की सुई 754 रनों पर अटक कर रह गई और वह इस मामले में इतिहास में दूसरे नंबर के बल्लेबाज बन गए.
गावस्कर का यह कारनामा भी हाथ से निकल गया
गिल के चाहने वालों ने तो यह मान ही लिया था कि इस पारी में वह गावस्कर के किसी एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने के उस रिकॉर्ड पर तो पानी फेर ही देंगे, जो सनी ने साल 1971 में विंडीज के खिलाफ बनाया था. तब गावस्कर ने 754 रन बनाए थे. लेकिन इस मेगा रिकॉर्ड को तोड़ने से भी गिल 21 रन दूर रन गए. अब वह कब ऐसा करेंगे, कर भी पाएंगे, इसका जवाब तो भविष्य के गर्भ में ही है, लेकिन फिर से इस उपलब्धि के नजदीक पहुंचना गिल के लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल होगा.